CAG Report on DTC: Reduction in Buses Since 2015 Raises Concerns
सीएजी रिपोर्ट में डीटीसी बसों की कमी पर चिंता, 2015 से 2023 तक आई गिरावट
AIN NEWS 1: दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में डीटीसी की बसों की संख्या में गिरावट को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
डीटीसी बसों की संख्या में गिरावट
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2015-16 में दिल्ली में डीटीसी की कुल 4,344 बसें थीं, लेकिन 2022-23 तक यह संख्या घटकर 3,937 रह गई। यानी, पिछले सात वर्षों में डीटीसी के बेड़े से 407 बसें कम हो गईं। यह कमी दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन सिस्टम के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि डीटीसी राजधानी की परिवहन व्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है।
बसों की कमी के कारण बढ़ी परेशानी
बसों की संख्या में गिरावट का सीधा असर दिल्ली के लाखों यात्रियों पर पड़ा है। सार्वजनिक परिवहन पर निर्भर रहने वाले यात्रियों को अब अधिक भीड़ और लंबा इंतजार झेलना पड़ रहा है। दिल्ली की सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या पहले से ही अधिक है, ऐसे में डीटीसी बसों की संख्या में गिरावट से ट्रैफिक जाम और प्रदूषण जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।
सीएजी की तीसरी रिपोर्ट
यह रिपोर्ट खासतौर पर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिल्ली विधानसभा में पेश की गई सीएजी की तीसरी रिपोर्ट है। इससे पहले, शराब नीति और मोहल्ला क्लीनिक से जुड़ी सीएजी रिपोर्ट भी पेश की जा चुकी हैं। इन रिपोर्टों ने दिल्ली सरकार की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े किए हैं।
सरकार का क्या कहना है?
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि सरकार डीटीसी बसों की संख्या बढ़ाने और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बसों की कमी को दूर करने के लिए क्लस्टर बसों की संख्या बढ़ाई गई है और इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जा रहा है।
विशेषज्ञों की राय
परिवहन विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली जैसे बड़े शहर में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करना बेहद जरूरी है। बसों की संख्या कम होने से लोगों की निर्भरता निजी वाहनों पर बढ़ती है, जिससे प्रदूषण और ट्रैफिक की समस्या और गंभीर हो जाती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सरकार को जल्द से जल्द नई बसें शामिल करनी चाहिए और डीटीसी के संचालन में सुधार करना चाहिए।
सीएजी की इस रिपोर्ट ने दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। बसों की संख्या में कमी यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर उचित कदम उठाने होंगे, ताकि दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
The CAG report on DTC presented in the Delhi Assembly highlights a significant decline in DTC buses from 2015 to 2023. According to the report, the total number of DTC buses in Delhi reduced from 4,344 in 2015-16 to 3,937 in 2022-23, raising concerns about public transport in Delhi. This is the third CAG audit report after the Delhi liquor policy and Mohalla Clinics. The shortage of buses has led to increased commuter inconvenience, traffic congestion, and pollution issues. The Delhi government has promised improvements, but experts suggest urgent action is needed to strengthen the DTC fleet and ensure a reliable public transportation system.