AIN NEWS 1 मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) पर तीखा हमला किया है। उन्होंने एमवीए की विचारधाराओं में अंतर्विरोधों को लेकर सवाल उठाए और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को चुनौती दी कि वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी से वीर सावरकर के प्रति सम्मान व्यक्त करवाएं।
अमित शाह ने कहा, “मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वे राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वो वीर सावरकर के लिए दो शब्द सम्मान में बोल दें?” शाह ने कांग्रेस के नेताओं पर भी सवाल उठाया और शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे का सम्मान करने की बात कही। उन्होंने पूछा, “क्या कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे के सम्मान में दो वाक्य बोल सकता है?” उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि सावरकर और बाला साहेब ठाकरे जैसे प्रमुख नेताओं के प्रति सम्मान के मुद्दे पर भाजपा महा विकास अघाड़ी के घटक दलों को घेरने का प्रयास कर रही है।
महा विकास अघाड़ी के अंतर्विरोधों पर टिप्पणी
शाह ने महा विकास अघाड़ी के तीन प्रमुख दलों—कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट), और एनसीपी (शरद पवार गुट) के गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में यह गठबंधन अंतर्विरोधों से भरा हुआ है। कांग्रेस, शिवसेना, और एनसीपी की विचारधाराएं आपस में मेल नहीं खातीं, बावजूद इसके, सत्ता के लालच में ये पार्टियां साथ आई हैं।
शाह ने अपने बयान में कहा, “अंतर्विरोध के बीच में अघाड़ी की सरकार बनाने का स्वप्न लेकर जो लोग निकले हैं, उन्हें महाराष्ट्र की जनता जान ले, यह बहुत जरूरी है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि महा विकास अघाड़ी की सरकार जनता के हितों के बजाय केवल राजनीतिक स्वार्थों को साधने के उद्देश्य से बनाई गई थी।
सावरकर पर भाजपा का रुख और कांग्रेस का विरोध
वीर सावरकर पर टिप्पणी करते हुए शाह ने भाजपा की विचारधारा को मजबूत करने की कोशिश की। उन्होंने सावरकर को एक राष्ट्रवादी नेता और बलिदान का प्रतीक बताया, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। वहीं, राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर पर की गई आलोचना को लेकर भाजपा अक्सर कांग्रेस पर हमला करती रही है। भाजपा का मानना है कि वीर सावरकर का अपमान करने वाले लोग देश के इतिहास का सही मूल्यांकन नहीं कर सकते।
भाजपा का महाराष्ट्र में शक्ति प्रदर्शन
अमित शाह के इस बयान को महाराष्ट्र में भाजपा के चुनावी तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है। महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में कई महत्वपूर्ण स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, जिसमें भाजपा महा विकास अघाड़ी के विरोधाभासों को उजागर कर अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। शाह के इस बयान को जनता में एमवीए गठबंधन के प्रति संशय बढ़ाने और भाजपा के समर्थन को मजबूत करने के रूप में भी देखा जा सकता है।
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इस प्रकार, अमित शाह ने अपने बयान से स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी के अंतर्विरोधों को उजागर कर जनता का समर्थन हासिल करना चाहती है।