AIN NEWS 1 | क्या आप सोच सकते हैं कि पृथ्वी से लाखों किलोमीटर दूर, अंतरिक्ष के निर्वात में बिना किसी सहारे के तैरना कैसा होगा? 1984 में अंतरिक्षयात्री ब्रूस मैककंडलेस II ने यही किया था, वो भी पहली बार! नासा ने हाल ही में उनकी इस ऐतिहासिक स्पेसवॉक की तस्वीर शेयर की है, जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
बिना तार के अंतरिक्ष का सैर!
सोचिए, ब्रूस के पैरों में कोई जमीन नहीं, कोई सहारा नहीं, सिर्फ नीलापन! उनकी यह स्पेसवॉक न सिर्फ इतिहास में दर्ज है, बल्कि अंतरिक्ष यात्रियों के भविष्य का भी रास्ता खोलती है। इससे पहले तक अंतरिक्षयात्री हमेशा तारों से बंधे रहते थे, लेकिन ब्रूस ने दिखाया कि बिना सहारे भी काम किया जा सकता है।
खतरा? हाँ, मगर हौसला भी बुलंद!
बिना तार के घूमना कितना खतरनाक हो सकता है, यह सोचकर ही रूह काँप जाती है। सूरज की किरणें, अंतरिक्ष का कचरा, खो जाने का डर… ये सब खतरे ब्रूस के सामने थे। लेकिन उनका हौसला इतना बुलंद था कि उन्होंने इन सबको मात दे दी। उन्होंने कहा था, “यह मेरे जीवन का सबसे अद्भुत अनुभव था।”
अंतरिक्ष अन्वेषण का नया अध्याय
ब्रूस की स्पेसवॉक सिर्फ एक तस्वीर नहीं, बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण के एक नए अध्याय की शुरुआत थी। इससे अंतरिक्ष स्टेशनों और अन्य बड़े ढांचों को बनाने का रास्ता बना। आज भी अंतरिक्षयात्री इसी स्पेसवॉक से प्रेरणा लेते हैं और नई ऊँचाइयों को छूने का प्रयास करते हैं।
आप भी बन सकते हैं अंतरिक्षयात्री!
शायद अभी आप बिना सहारे अंतरिक्ष में न घूम सकें, लेकिन अंतरिक्ष के बारे में जानने और खोजने का रास्ता आपके लिए भी खुला है। आर्टिकल को शेयर करें, अंतरिक्ष से जुड़ी रोचक बातें पढ़ें और कौन जानता है, शायद भविष्य में आप भी अंतरिक्षयात्री बनकर इतिहास रच दें!