AIN NEWS 1: बरेली जिले की सीमा से सटे बदायूं के दातागंज क्षेत्र में रामगंगा नदी पर बने अधूरे पुल से गिरकर एक कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। यह घटना पुलिस की विवेचना के लिए अहम है, लेकिन अब तक कार को नदी से बाहर नहीं निकाला जा सका है। इस घटना से जुड़े कई सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है, जिसमें गूगल मैप की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
घटना के बाद गूगल को भेजा गया था नोटिस
इस हादसे के बाद पुलिस ने गूगल के क्षेत्रीय अधिकारी को नोटिस भेजा था, लेकिन घटना के तीन दिन बीतने के बावजूद गूगल की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है। पुलिस का मानना है कि गूगल मैप पर गलत दिशा-निर्देश के कारण कार अधूरे पुल की ओर गई, जिससे यह हादसा हुआ।
दूसरा नोटिस भेजने की तैयारी
पहले नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर अब पुलिस ने गूगल को दूसरा नोटिस भेजने का फैसला किया है। इस नोटिस में जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया जाएगा। अगर इस बार भी गूगल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती, तो पुलिस के विवेचक गुरुग्राम स्थित गूगल कार्यालय पहुंचकर वहां के क्षेत्रीय अधिकारी से मुलाकात करेंगे।
कार नहीं निकाले जाने से जांच पर असर
हादसे के बाद तीन दिन गुजरने के बावजूद नदी में गिरी कार को बाहर नहीं निकाला जा सका है। पुलिस का कहना है कि कार को बाहर निकालना जांच के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे घटना के कई महत्वपूर्ण पहलुओं का खुलासा हो सकता है।
आगे की कार्रवाई पर नजर
पुलिस का कहना है कि गूगल से मिलने वाली जानकारी जांच को सही दिशा में ले जा सकती है। वहीं, गूगल की ओर से बार-बार चुप्पी साधे जाने पर कार्रवाई के अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जाएगा।
यह मामला सिर्फ एक हादसे का नहीं, बल्कि तकनीकी और प्रशासनिक खामियों को भी उजागर करता है। गूगल मैप के इस्तेमाल में आम लोगों को सतर्कता बरतने और प्रशासन को ऐसी घटनाओं से सबक लेने की जरूरत है।