Sexual Harassment Allegations Against Chandrashekhar Azad: Victim Files Complaint with NCW
चंद्रशेखर आज़ाद पर युवती ने लगाए यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप, महिला आयोग में शिकायत दर्ज
AIN NEWS 1 लखनऊ/नई दिल्ली: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इंदौर की रहने वाली और स्विट्ज़रलैंड में पढ़ाई कर रही एक पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने उनके खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) में यौन उत्पीड़न की गंभीर शिकायत दर्ज कराई है।
रोहिणी का आरोप है कि चंद्रशेखर ने उन्हें विवाह का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए, और भावनात्मक रूप से उनका शोषण किया। उन्होंने कहा कि “अब कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है और मैं अपने सम्मान और आत्म-सम्मान के लिए पीछे नहीं हटूंगी।”
कैसे शुरू हुआ संपर्क?
डॉ. रोहिणी एक सफाईकर्मी की बेटी हैं, जो इंदौर के बीमा अस्पताल में कार्यरत हैं। 2019 में वह उच्च शिक्षा के लिए स्विट्ज़रलैंड गई थीं। वहीं उनकी मुलाकात चंद्रशेखर आज़ाद से हुई। दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ और फिर यह रिश्ता तीन साल तक चला।
क्या हैं आरोप?
शिकायत के अनुसार,
2021 से दोनों के बीच लगातार बातचीत होती रही।
चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताया और कहा कि वह रोहिणी जैसी जीवनसाथी की तलाश में हैं।
इस भरोसे पर रोहिणी ने निजी और राजनीतिक रूप से उनका साथ दिया।
दिल्ली के होटल और द्वारका स्थित घर पर बुलाकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
हर बार यही कहा गया कि जल्द ही शादी करेंगे।
भावनात्मक शोषण का भी आरोप
डॉ. रोहिणी ने बताया कि उन्हें भावनात्मक रूप से इस्तेमाल किया गया और बाद में छोड़ दिया गया। उन्होंने लिखा, “मैंने बहुत बड़ी गलती की जो भरोसा किया। अब किसी भी पुरुष पर भरोसा नहीं कर पाऊंगी।”
सोशल मीडिया पर सामने आईं बातें
रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर खुद को ‘विक्टिम नंबर 3’ बताया और चंद्रशेखर पर निजी जीवन से जुड़े गंभीर आरोप लगाए।
उनका कहना है कि चंद्रशेखर महिलाओं के सम्मान की बात तो करते हैं लेकिन असल में उन्हें केवल राजनीतिक समर्थन और भावनात्मक फायदा चाहिए होता है।
राजनीतिक प्रभाव और संभावित असर
यह मामला न केवल चंद्रशेखर की व्यक्तिगत छवि को प्रभावित करता है बल्कि उनके राजनीतिक करियर पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। आने वाले दिनों में इस मामले में
कानूनी जांच तेज हो सकती है,
महिला आयोग की ओर से समन या पूछताछ की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है,
और यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो यह लोकसभा सदस्यता तक प्रभावित कर सकता है।
डॉ. रोहिणी का यह आरोप एक बड़े राजनीतिक चेहरे के पीछे छिपे व्यक्तिगत जीवन पर रोशनी डालता है। इस पूरे मामले ने ना केवल महिला सुरक्षा की चिंताओं को उजागर किया है, बल्कि यह भी बताया कि किस तरह राजनीतिक ताकत के दम पर भावनाओं के साथ खेला जा सकता है। अब देखना होगा कि कानून इस मामले में कितना प्रभावी साबित होता है।
Chandrashekhar Azad, MP from Nagina, faces serious sexual harassment allegations after a complaint was filed with the National Commission for Women (NCW) by PhD scholar Rohini Ghavari. The victim accused Azad of building a physical relationship under the false promise of marriage, and called herself “Victim No. 3” on social media. This case adds to the growing controversy surrounding MP Chandrashekhar Azad, now under the scanner for emotional abuse and betrayal of trust.