Chandrashekhar Azad Reacts to Akash Anand’s Removal by Mayawati
अकाश आनंद को BSP से हटाने पर चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया, कहा- बहुजन समाज को हो रहा है नुकसान
AIN NEWS 1 बिजनौर: बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती द्वारा अकाश आनंद को सभी पार्टी पदों से हटाए जाने के फैसले पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और नागिना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह मायावती का व्यक्तिगत निर्णय है, क्योंकि वह पार्टी की मुखिया हैं और हर निर्णय सोच-समझकर लेती हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बार-बार लिए जा रहे ऐसे फैसलों से समाज में असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है।
क्या है पूरा मामला?
BSP प्रमुख मायावती ने हाल ही में अपने भतीजे अकाश आनंद को सभी पार्टी पदों से हटा दिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इससे पहले भी मई 2023 में मायावती ने अकाश आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया था, लेकिन कुछ समय बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। दो महीने बाद ही उन्हें दोबारा पद पर बहाल किया गया था। अब एक बार फिर उन्हें सभी जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है।
चंद्रशेखर आजाद ने क्या कहा?
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह मायावती का निजी फैसला है और वह पार्टी की मुखिया होने के नाते कोई भी निर्णय ले सकती हैं। उन्होंने कहा,
“जब कोई मालिक फैसला लेता है, तो वह गहरी सोच-विचार के बाद ही लेता है। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है, जिस पर मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता।”
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पिछले एक साल में मायावती द्वारा लिए गए फैसले बहुजन समाज में असमंजस की स्थिति पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार अकाश आनंद को हटाने और फिर बहाल करने से समाज में बेचैनी बढ़ रही है और इससे बहुजन समाज को राजनीतिक नुकसान हो रहा है।
समाज पर असर
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मायावती के ये फैसले न केवल पार्टी बल्कि पूरे बहुजन समाज को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज को अब तय करना होगा कि वह किसके साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा,
“यह निर्णय सिर्फ एक व्यक्ति से जुड़ा नहीं है, बल्कि इससे पूरे बहुजन समाज की राजनीति प्रभावित हो रही है।”
BSP की रणनीति पर सवाल
चंद्रशेखर आजाद ने अप्रत्यक्ष रूप से BSP की रणनीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बार-बार लिए जा रहे फैसलों से पार्टी की छवि कमजोर हो रही है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि बहुजन समाज को अब समझदारी से निर्णय लेना होगा कि वह किसके साथ खड़ा होना चाहता है।
राजनीतिक असर
BSP में हो रहे इस तरह के बदलावों का असर आगामी लोकसभा चुनावों पर भी पड़ सकता है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बहुजन समाज की एकता को बनाए रखना जरूरी है और लगातार हो रहे ऐसे बदलाव समाज की राजनीति को कमजोर कर सकते हैं।
Chandrashekhar Azad has expressed his reaction to Akash Anand’s removal from all party posts by BSP chief Mayawati. The decision has sparked confusion and restlessness in Bahujan Samaj, affecting its political stability. Azad stated that such repeated decisions weaken the party’s image and harm the Bahujan society’s political interests. The statement comes at a crucial time when UP politics is heating up ahead of the Lok Sabha elections.