AIN NEWS 1 | छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। गरियाबंद जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें संगठन का बड़ा चेहरा और 1 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली बालकृष्णा भी शामिल है। अधिकारियों ने इसे नक्सलियों के खिलाफ अब तक की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक बताया है।
मुठभेड़ की पुष्टि
गरियाबंद जिले के एसपी निखिल राखेचा ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की। वहीं रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि गुरुवार (11 सितंबर) सुबह से ही नक्सल विरोधी अभियान चल रहा था और इस दौरान कई घंटों तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही।
सूत्रों के अनुसार, मारे गए नक्सलियों में सीसी सदस्य मनोज उर्फ मॉडेम बालकृष्ण भी शामिल है, जो लंबे समय से संगठन की रणनीतियों को अंजाम देता रहा था। उसकी मौत को सुरक्षा बलों के लिए बड़ी जीत माना जा रहा है।
नारायणपुर में 16 नक्सलियों ने किया सरेंडर
इसी बीच छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले से भी एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।
इनमें ज्यादातर निचले स्तर के कैडर थे।
ये नक्सली जनताना सरकार, चेतना नाट्य मंडली और माओवादी पंचायत मिलिशिया जैसी इकाइयों से जुड़े थे।
सरेंडर करने वालों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने हथियार डाल दिए।
पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन गुरिया ने बताया कि सरेंडर करने वालों को सरकार की पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जाएगा, जिससे वे मुख्यधारा की जिंदगी अपना सकें।
दंतेवाड़ा में आईईडी विस्फोट, 2 जवान घायल
उधर दंतेवाड़ा जिले से एक चिंताजनक खबर सामने आई। गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे नक्सलियों ने प्रेशर आईईडी विस्फोट किया, जिसमें सीआरपीएफ की 195वीं बटालियन के दो जवान घायल हो गए।
यह घटना इंद्रावती नदी पर बने सातधार पुल के पास हुई।
सीआरपीएफ का दल मालेवाही थाना क्षेत्र से एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन पर निकला था।
घायलों का इलाज जारी है और स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।
नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी उपलब्धि
छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षा बल लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान चला रहे हैं। हाल की इस कार्रवाई को बेहद बड़ी सफलता माना जा रहा है क्योंकि इसमें न केवल इनामी नक्सली ढेर हुआ बल्कि कई निचले स्तर के नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया।
विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसी कार्रवाइयां नक्सली संगठनों की कमर तोड़ रही हैं और धीरे-धीरे उनकी पकड़ कमजोर पड़ रही है।