AIN NEWS 1 लखनऊ, विशेष संवाददाता। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में शांतिपूर्वक क्रिसमस मनाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि क्रिसमस के अवसर पर कहीं भी धर्मांतरण की घटनाएं न हो, इसके लिए विशेष निगरानी रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सभी धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित किया जाए और उनके सहयोग से शांतिपूर्ण माहौल में क्रिसमस मनाने की व्यवस्था की जाए। इस दौरान किसी भी प्रकार की धार्मिक असहमति या विवाद को टाला जाए।
जनसमस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के सभी लोककल्याणकारी प्रयासों का मुख्य उद्देश्य आम आदमी की संतुष्टि है। उन्होंने सभी शासन-प्रशासन से जुड़े कर्मचारियों को यह निर्देश दिया कि वे इस लक्ष्य को समझें और अपनी जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी से निभाएं। उन्होंने जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आईजीआरएस-सीएम हेल्पलाइन की भूमिका को अहम बताया और कहा कि इन शिकायतों की लंबित नहीं रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनसमस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें और जनता से संवेदनशीलता के साथ पेश आएं। उनका आचरण लोगों के बीच शासन के प्रति विश्वास स्थापित करेगा, जो कि प्रदर्शन का सही मानक होगा।
लाउडस्पीकर पर सख्ती, धर्मस्थलों पर शांति बनाए रखें
मुख्यमंत्री ने अपने हाल के जनपदीय दौरे का जिक्र करते हुए बताया कि कुछ जिलों में धर्मस्थलों पर फिर से लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, जो कि स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि तुरंत संवाद स्थापित कर इस पर रोक लगाई जाए और आदर्श स्थिति बनाई जाए।
कोविड से बचाव और शीतलहर में व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कोविड से बचाव की तैयारियों के अलावा शीतलहर के दौरान आम लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इन दोनों मुद्दों पर सतर्क रहें और आवश्यक कदम उठाएं।
थाना दिवस और तहसील दिवस को और प्रभावी बनाएं
मुख्यमंत्री ने थाना दिवस और तहसील दिवस को और प्रभावी बनाने की बात भी कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन बैठकों में जनता की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाए।
इस प्रकार मुख्यमंत्री ने शासन और प्रशासन को जनहित में सक्रिय और संवेदनशील रहने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि राज्य में शासन व्यवस्था को अधिक प्रभावी और जनता के विश्वास के अनुरूप बनाया जा सके।