AIN NEWS 1 प्रयागराज: महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 13 अखाड़ों के साधु-संतों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी। संतों से उनकी आशीर्वाद की अपेक्षा जताते हुए सीएम ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन में पूरी सहायता दी जाएगी।
सीएम ने सबसे पहले पांटून पुल से होकर सेक्टर 20 स्थित अखाड़ा मार्ग पर पहुंचकर शिविरों का दौरा किया। उन्होंने निर्मोही अनी, दिगंबर अनी, और निर्वाणी अनी अखाड़ों में संतों से मुलाकात की। इस दौरान महंत राजेंद्र दास, महंत रामजी दास और महंत दामोदर दास सहित अन्य प्रमुख संतों से भेंट की और उनके मार्गदर्शन को सुना।
सीएम योगी ने आगंतुक संतों को उपहार भी भेंट किए। इसके बाद उन्होंने अग्नि अखाड़ा में जाकर सचिव संपूर्णानंद और सर्वेशरानंद से मुलाकात की और महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। इसके बाद आह्वान अखाड़े में सचिव महंत सत्यगिरि ने उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने जूना अखाड़े में भी संतों से मुलाकात की, जहां उन्हें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि और जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि ने स्वागत किया। जूना अखाड़े में संतों ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया।
इस दौरान सीएम ने निरंजनी अखाड़े में भी संतों से मुलाकात की और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। महंत रविंद्र पुरी ने सीएम का तिलक करके स्वागत किया। सीएम ने संतों से उनके अनुभव भी साझा किए और महाकुंभ की तैयारियों पर संतुष्टि व्यक्त की।
रात्रि भोज में संतों का सम्मान
प्रयागराज दौरे के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी ने संतों के साथ रात्रि भोज किया। भोज के बाद उन्होंने सभी संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनका आभार व्यक्त किया। रात्रि भोज में कुल 20 साधु-संत सम्मिलित हुए, जिनमें जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल, और तीनों वैष्णव अखाड़े शामिल थे।
स्वामी अवधेशानंद से विशेष मुलाकात
सीएम योगी ने जूना अखाड़े में स्वामी अवधेशानंद गिरि से भी मुलाकात की। स्वामी ने सीएम को शिविर का भ्रमण कराया और विभिन्न कक्षों की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी। इसके बाद स्वामी ने सीएम को अंग वस्त्र पहनाया, माल्यार्पण किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर सीएम और अन्य अधिकारियों को प्रसाद भी ग्रहण कराया गया।
सीएम ने उदासीन अखाड़ों के महंतों से भी मुलाकात की और मेले की व्यवस्था की जानकारी ली।