AIN NEWS 1: संसद में गुरुवार को मकर द्वार पर जो घटना हुई, उसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। घटनाक्रम इतना उलझा हुआ है कि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि असल में हुआ क्या। कांग्रेस और भाजपा, दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
क्या हुआ मकर द्वार पर?
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सांसदों ने उनके नेताओं को धक्का दिया, जिसके कारण कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जमीन पर बैठ गए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद लकड़ियां लेकर उन्हें घेर रहे थे और संसद के भीतर जाने से रोक रहे थे।
दूसरी ओर, भाजपा का दावा है कि राहुल गांधी ने उनके सांसदों को धक्का दिया, जिससे सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। सारंगी का कहना है कि कोई सांसद उन पर गिरा, और यह भी आरोप लगाया कि उस सांसद को राहुल गांधी ने धक्का दिया था।
महिला सांसद का आरोप
घटना के दौरान भाजपा की महिला सांसद श्रीमती कोन्याक ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उनके करीब आकर चिल्लाए, जिससे वे असहज महसूस करने लगीं। उन्होंने इस मामले की शिकायत राज्यसभा के सभापति से की है।
कौन-कौन घायल?
वीडियो फुटेज से साफ है कि भाजपा सांसद प्रताप सारंगी घायल हुए। कांग्रेस का कहना है कि यह सब गृह मंत्री के बाबा साहेब अंबेडकर पर दिए गए बयान से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
कानूनी कार्रवाई और राजनीतिक बयानबाजी
भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जबकि कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। भाजपा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का व्यवहार विपक्ष के नेता के पद के योग्य नहीं है।
क्या है समाधान?
संसद का यह सत्र जल्द ही समाप्त हो जाएगा। लेकिन यह विवाद तब तक शांत नहीं होगा जब तक सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक नहीं किया जाता। इससे सच सामने आ सकता है और आरोप-प्रत्यारोप पर विराम लग सकता है।
राजनीतिक तनाव के बीच यह घटना संसद की गरिमा पर सवाल खड़े करती है। सांसदों से अपेक्षा है कि वे अपने व्यवहार से लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखें। संसद के भीतर और बाहर, ऐसी घटनाएं देशवासियों में नकारात्मक संदेश देती हैं।