AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आम जनता की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने सैकड़ों लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं व्यक्तिगत रूप से सुनीं।
मुख्यमंत्री हर सुबह ‘जनता दर्शन’ के माध्यम से जनता से सीधे संवाद करते हैं, जिससे वे जमीनी स्तर की परेशानियों को समझ सकें और त्वरित समाधान उपलब्ध करा सकें। इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आमजन बिना किसी औपचारिक प्रक्रिया के सीधे मुख्यमंत्री से अपनी बात कह सकते हैं।
समस्याओं को सुनने की सजगता
गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। इनमें अधिकतर शिकायतें जमीन विवाद, पुलिस कार्यवाही, सरकारी योजनाओं से जुड़ी समस्याएं, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और नौकरी से संबंधित विषयों पर केंद्रित रहीं। मुख्यमंत्री ने हर व्यक्ति से गंभीरता से बातचीत की और उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना।
अधिकारियों को दिए स्पष्ट निर्देश
जनता की समस्याओं को सुनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी समस्या का समाधान शीघ्रता और प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि जनहित से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जनता की समस्याओं का निराकरण समयबद्ध तरीके से होना चाहिए। यदि किसी मामले में लंबा समय लग रहा हो, तो उसकी जानकारी पीड़ित को दी जाए और प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
पीड़ितों को मिला आश्वासन
कार्यक्रम में पहुंचे कई पीड़ितों ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलकर विश्वास जगा है कि उनकी समस्या का अब समाधान होगा। कुछ लोगों ने कहा कि पहले वे कई बार अधिकारियों के चक्कर काट चुके थे, लेकिन मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उन्हें उम्मीद है कि अब उनकी बात सुनी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम जनता के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है। वह न सिर्फ जनता की समस्याएं सुनते हैं, बल्कि उन्हें हल करवाने में भी पूरी सक्रियता दिखाते हैं।
जनता दर्शन: उत्तर प्रदेश सरकार की अनोखी पहल
‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश सरकार की एक अनोखी पहल माना जाता है, जिसमें राज्य का शीर्ष नेतृत्व सीधे जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनता है। इससे एक ओर प्रशासन की जवाबदेही तय होती है, वहीं दूसरी ओर जनता को यह विश्वास भी मिलता है कि सरकार उनकी समस्याओं के प्रति गंभीर है।
इस पहल से शासन-प्रशासन में पारदर्शिता भी आई है। इससे सरकार की छवि बेहतर बनी है और लोगों का विश्वास शासन व्यवस्था पर और अधिक मजबूत हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक गंभीर प्रयास है, जिससे प्रदेश की जनता को यह भरोसा दिलाया जाता है कि सरकार उनकी सेवा में सदैव तत्पर है। गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करवाने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath held a Janta Darshan at Gorakhnath Temple, where he personally addressed numerous public grievances and directed officials for immediate redressal. The CM’s commitment to citizen welfare, transparent governance, and direct public interaction continues to strengthen trust in the UP government. This initiative reflects Yogi Adityanath’s proactive approach toward resolving grassroot issues and ensuring effective administration.