AIN NEWS 1 | प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान करोड़ों श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने पहुंचे। लेकिन कई ऐसे भक्त थे जो किसी कारणवश महाकुंभ में नहीं आ सके और संगम स्नान का पुण्य कमाने से वंचित रह गए। ऐसे ही भक्तों की आस्था का सम्मान करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अनोखी पहल शुरू की है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर फायर ब्रिगेड विभाग ने ‘श्रवण संकल्प’ योजना के तहत संगम का पवित्र जल उन श्रद्धालुओं तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है, जो कुंभ स्नान नहीं कर पाए। इस योजना के पहले चरण में प्रदेश के 21 धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिलों में संगम का जल फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के माध्यम से पहुंचाया जाएगा।
योजना की शुरुआत कैसे हुई?
महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालु संगम स्नान का पुण्य कमाने पहुंचे। लेकिन कई भक्त ऐसे थे जो उम्र, बीमारी या अन्य वजहों से कुंभ में नहीं आ सके। ऐसे लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘श्रवण संकल्प’ योजना की शुरुआत की। इस योजना का नाम पौराणिक पात्र श्रवण कुमार से प्रेरित है, जो अपने माता-पिता की सेवा के लिए प्रसिद्ध थे।
कैसे पहुंचेगा संगम का जल?
महाकुंभ मेले में ड्यूटी पर तैनात फायर ब्रिगेड की गाड़ियां प्रयागराज से लौटते समय अपने साथ त्रिवेणी संगम का पवित्र जल भरकर ले जाएंगी। ये गाड़ियां प्रदेश के सभी 75 जिलों तक संगम जल पहुंचाएंगी।
पहले चरण में 21 जिलों को चुना गया है, जो धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इनमें वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, गोरखपुर, चित्रकूट और अन्य जिलों को शामिल किया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में बाकी बचे जिलों में जल वितरित किया जाएगा।
जल वितरण की प्रक्रिया
संगम का जल संबंधित जिले के प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की सहायता से स्थानीय धार्मिक स्थलों, मंदिरों और प्रमुख स्थानों पर वितरित किया जाएगा। श्रद्धालु इन स्थानों पर पहुंचकर संगम जल प्राप्त कर सकेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए खास सौगात
इस योजना का उद्देश्य उन लोगों तक पुण्य का लाभ पहुंचाना है जो संगम स्नान करने की इच्छा के बावजूद किसी कारणवश कुंभ में नहीं आ सके। योगी सरकार की इस पहल को धार्मिक संगठनों और श्रद्धालुओं द्वारा खूब सराहा जा रहा है।
योजना का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में संगम स्नान को अत्यंत पवित्र माना जाता है। माना जाता है कि गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है। ऐसे में इस योजना के जरिए श्रद्धालुओं को उनके घर तक गंगा जल पहुंचाना एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम है।
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath has launched the ‘Shravan Resolution’ under which sacred Sangam water will be delivered to 75 districts through fire brigade vehicles. This initiative is part of Mahakumbh 2025 to ensure that devotees who missed the holy bath at Sangam Prayagraj can receive Gangajal at their doorstep. The Yogi government aims to connect every devotee with faith through this unique scheme.