AIN NEWS 1: अगस्त को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में स्थित मालवण के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा अचानक ढह गई। यह प्रतिमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के अवसर पर अनावरण की थी। प्रतिमा के गिरने की घटना दोपहर करीब एक बजे घटी।
पंतप्रधानांनी उद्घाटन करण्यासाठी घाई गडबडीत उभारलेला पुतळा कोसळला ! मुळातच आकारहीन व शिल्पशास्त्रास अनुसरून नसलेला व घाईगडबडीत उभारलेला हा पुतळा बदलावा म्हणून तेव्हाच आम्ही पंतप्रधानांकडे पत्र लिहून मागणी केली होती. या महाराष्ट्रात छत्रपती शिवाजी महाराजांचे स्मारक वर्षभरात कोसळते… pic.twitter.com/1US6digK5j
— Sambhaji Chhatrapati (@YuvrajSambhaji) August 26, 2024
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। वर्तमान में नुकसान का आकलन किया जा रहा है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, प्रतिमा के गिरने के पीछे तेज हवाओं और भारी बारिश को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। हालांकि, अधिकारियों ने इस मामले में विशेषज्ञों से जांच कराने की बात की है ताकि प्रतिमा के ढहने के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
देशाचे पंतप्रधान जेंव्हा एखाद्या स्मारकाचे तथा वास्तूचे उद्घाटन करतात तेंव्हा त्याचे काम दर्जेदारच असेल जनतेला खात्री असते. परंतु सिंधुदुर्गातील मालवण येथील राजकोट किल्ल्यावर उभारलेला छत्रपती शिवाजी महाराज यांचा पुतळा वर्षभरातच कोसळला. हा छत्रपती शिवरायांचा अवमान आहे. विशेष… pic.twitter.com/sCwo9eVMbK
— Supriya Sule (@supriya_sule) August 26, 2024
प्रतिमा के गिरने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए। इस घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया भी शुरू हो गई है। एनसीपी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जयंत पाटिल ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने प्रतिमा की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया और केवल एक कार्यक्रम आयोजित करने पर ध्यान केंद्रित किया। पाटिल ने आरोप लगाया कि सरकार ने काम की गुणवत्ता पर सही से ध्यान नहीं दिया और जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की है।
KADI NINDA ALERT | The 35-foot statue of Chhatrapati Shivaji Maharaj, proudly unveiled by coalition dealer, Narendra Modi, at a fort in Sindhudurg district eight months ago collapsed today.
We humbly request everyone to do 'Kadi Ninda' to strongly condemn the reckless act of… pic.twitter.com/KKuWyYcLuH
— Congress Kerala (@INCKerala) August 26, 2024
एनसीपी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने भी प्रतिमा के गिरने के बाद ट्वीट किया, “यह प्रतिमा जल्दबाजी में बनाई गई थी और यह आकारहीन थी। हमने पहले ही इस प्रतिमा को बदलने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज किया।” उन्होंने बताया कि संभाजी राजे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को पत्र लिखकर प्रतिमा को बदलने की मांग की थी।
महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने घटना पर अपनी टिप्पणी में कहा कि उन्हें घटना के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। पीडब्ल्यूडी मंत्री रविंद्र चव्हाण ने मामले की गहन जांच कराने की बात की है। केसरकर ने यह भी कहा कि सरकार नए प्रतिमा को उसी स्थान पर स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह प्रतिमा समुद्र पर किला बनाने में शिवाजी महाराज के दूरदर्शी प्रयासों को श्रद्धांजलि देती है।
सरकार ने आश्वस्त किया है कि इस मामले को शीघ्र और प्रभावी तरीके से हल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।