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Toggleमनमोहन सिंह की समाधि के लिए कांग्रेस की मांग
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए दिल्ली में उचित स्थान पर समाधि की व्यवस्था की जाए। यह अपील उनके निधन के बाद श्रद्धांजलि अर्पित करने के दौरान की गई।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन और श्रद्धांजलि
- निधन:
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में गुरुवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया। - श्रद्धांजलि:
शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कई प्रमुख नेताओं ने उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की। - अंतिम संस्कार:
उनका अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
पीएम मोदी का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह को याद करते हुए कहा:
- “उनका निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है।”
- उन्होंने सिंह को “दयालु इंसान, विद्वान अर्थशास्त्री और आर्थिक सुधारों के प्रतीक” के रूप में याद किया।
- मोदी ने विभाजन के दौरान उनके संघर्षपूर्ण जीवन का जिक्र करते हुए कहा कि उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।
मनमोहन सिंह का योगदान
- आर्थिक सुधार:
1991 के आर्थिक संकट के दौरान भारत को संकट से उबारने के लिए उनके नेतृत्व में ऐतिहासिक आर्थिक सुधार लागू हुए। - प्रधानमंत्री कार्यकाल:
वे 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे और उनके कार्यकाल में भारत ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की।
समाधि की मांग का महत्व
दिल्ली में भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों की समाधियों का विशेष सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व है।
- यह राष्ट्रीय सम्मान का प्रतीक है।
- ऐसे नेताओं की स्मृतियों को संजोने और उनके योगदान को याद रखने के लिए यह परंपरा निभाई जाती है।
डॉ. मनमोहन सिंह, जिन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था और राजनीति को नई दिशा दी, उनके लिए यह स्थान तय करना न केवल उनकी विरासत का सम्मान होगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र भी बनेगा।