AIN NEWS 1 | सीतापुर कोर्ट ने कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को वॉयस सैंपल देने का आदेश दिया है। यह आदेश पुलिस द्वारा दायर एप्लिकेशन पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) गौरव प्रकाश द्वारा दिया गया। कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया कि वॉयस सैंपल की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जाए।
क्या है पूरा मामला?
15 जनवरी 2025 को एक महिला नेता ने सीतापुर एसपी चक्रेश मिश्रा से मुलाकात कर कांग्रेस सांसद राकेश राठौर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। महिला ने आरोप लगाया कि सांसद ने शादी और राजनीति में करियर बनाने का झांसा देकर 4 साल तक उसका यौन शोषण किया। जब उसने शादी का दबाव बनाया तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई।
सबूतों के आधार पर एफआईआर दर्ज
पीड़िता ने एसपी को फोटो, वीडियो और वॉयस रिकॉर्डिंग जैसे सबूत भी सौंपे। इसके बाद महज दो दिन में जांच पूरी कर कोतवाली नगर पुलिस ने रेप समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पीड़िता के बयान मजिस्ट्रेट के सामने भी दर्ज कराए गए।
वॉयस सैंपल क्यों जरूरी?
पुलिस ने एफएसएल (Forensic Science Laboratory) में वॉयस सैंपल जांच के लिए भेजे थे। पीड़िता और सांसद के बीच हुई बातचीत के ऑडियो की पुष्टि के लिए यह जांच जरूरी है। एफएसएल टीम ने सांसद आवास का निरीक्षण भी किया और वीडियोग्राफी कराई।
सांसद की पत्नी का बयान
21 जनवरी को सांसद की पत्नी नीलम राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पति को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि उनके पति लोगों की मदद करने वाले इंसान हैं और उन पर लगे आरोप निराधार और राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं।
पीड़िता की आपबीती
- पहली मुलाकात (2018): पीड़िता की पहली मुलाकात राकेश राठौर से 2018 में हुई, जब वह विधायक थे। इसके बाद लगातार मुलाकातें होती रहीं और 2019 में उन्हें तैलिक महासभा का जिला महिला अध्यक्ष बना दिया गया।
- शारीरिक संबंध (2020): मार्च 2020 में सांसद ने उन्हें अपने घर बुलाया और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए।
- शादी का झांसा (2020-2024): सांसद ने शादी का वादा किया और कहा कि चुनावों के बाद शादी करेंगे।
- धमकी (2024): 24 अगस्त 2024 को सांसद ने पीड़िता से सादे कागज पर साइन कराए और फिर दुर्व्यवहार किया। बाद में अपने आदमियों को भेजकर धमकाया।
ऑडियो रिकॉर्डिंग में क्या बातचीत हुई?
ऑडियो में सांसद और पीड़िता की बातचीत सामने आई, जिसमें पीड़िता सांसद से शादी करने की बात कर रही थी और सांसद टाल-मटोल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह अपनी पत्नी को तलाक नहीं देंगे।
सांसद का विवादों से पुराना नाता
- 2017: भाजपा से विधायक चुने गए।
- 2021: ऑडियो लीक हुआ, जिसमें वह सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे थे।
- 2022: भाजपा छोड़कर सपा में गए, लेकिन टिकट न मिलने पर कांग्रेस में शामिल हुए।
- 2024: कांग्रेस से सांसद बने और 90,000 वोटों से जीत हासिल की।
सांसद की सफाई
सांसद के कार्यालय ने सोशल मीडिया पर राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया और कहा कि यह उनकी छवि खराब करने की कोशिश है।
अब आगे क्या होगा?
अब फोरेंसिक जांच के बाद रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जाएगी। इस मामले की सुनवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।