AIN NEWS 1: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में शांति और सामाजिक सद्भाव को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सर्वे के नाम पर प्रदेश में तनाव फैलाने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से इस मामले का तत्काल संज्ञान लेने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
अखिलेश यादव ने कहा, “जो लोग समाज में सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाजी करते हुए विवादित सर्वे करवा रहे हैं, उनके खिलाफ शांति भंग करने और सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में मुकदमा दर्ज होना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ बार एसोसिएशन को भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
उप्र शासन-प्रशासन पर सवाल
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन से न तो पहले कोई उम्मीद थी और न ही अब है।” उन्होंने सरकार पर समाज को बांटने और संवेदनशील मुद्दों पर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
सर्वोच्च न्यायालय से उम्मीद
समाजवादी पार्टी प्रमुख ने सर्वोच्च न्यायालय से अपील की कि वह इस मामले का संज्ञान लेकर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश में शामिल लोगों पर कार्रवाई सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि समाज में अशांति और तनाव फैलाने की ऐसी घटनाएं न केवल संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ हैं, बल्कि यह देश के भविष्य के लिए भी खतरनाक हैं।
सामाजिक एकता की अपील
अखिलेश यादव ने जनता से अपील की कि वे किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधियों से बचें और समाज में शांति और भाईचारे को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि समाज को तोड़ने की कोशिशें नाकाम होंगी, यदि लोग एकजुट होकर इन साजिशों का विरोध करेंगे।
निष्कर्ष:
अखिलेश यादव ने सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए न्यायालय से कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका मानना है कि सर्वे के नाम पर की जा रही साजिशें प्रदेश में सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा रही हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि वे एकजुट होकर शांति बनाए रखें और ऐसी गतिविधियों को सफल न होने दें।