AIN NEWS 1: देश की राजधानी दिल्ली में एक बड़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ऑफिस पर छापा मारकर भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई की। इस दौरान एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) से जुड़े हेड कांस्टेबल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
CBI को शिकायत मिली थी कि क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के दो पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इस शिकायत के आधार पर CBI ने जांच शुरू की।
रिश्वत की मांग और गिरफ्तारी
शिकायत के अनुसार, ANTF में तैनात सब-इंस्पेक्टर (SI) संजीव कुमार और असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) किरोड़ीमल ने शिकायतकर्ता से 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत उसे झूठे मामले में फंसाने से बचाने के एवज में मांगी गई थी।
CBI ने 25 नवंबर को जाल बिछाया और हेड कांस्टेबल संजय कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि संजय कुमार इस रिश्वत की रकम SI और ASI के लिए ले रहा था।
कार्रवाई और जांच जारी
CBI ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए हेड कांस्टेबल संजय कुमार को गिरफ्तार किया और ANTF से जुड़े सब-इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया। दिल्ली पुलिस ने तत्काल प्रभाव से दोनों आरोपियों को सस्पेंड कर दिया है।
कहां से जुड़े हैं आरोपी पुलिसकर्मी?
गिरफ्तार और आरोपी पुलिसकर्मी क्राइम ब्रांच के दरियागंज स्थित ANTF यूनिट में तैनात थे। फिलहाल, CBI इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस भ्रष्टाचार में और कौन-कौन शामिल हैं।
रिश्वतखोरी पर सख्त कार्रवाई का संदेश
यह मामला राजधानी में कानून-व्यवस्था और पुलिस की साख पर सवाल उठाता है। CBI द्वारा की गई इस कार्रवाई ने साफ संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे, चाहे आरोप किसी भी स्तर के अधिकारी पर हो।
निष्कर्ष
CBI की इस कार्रवाई ने न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती का परिचय दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि कानून के रक्षक भी कानून से ऊपर नहीं हैं। मामले की आगे की जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।