AIN NEWS 1: गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित मंगल विहार कॉलोनी में मंदिर की दीवार तोड़ने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब कॉलोनी में रास्ता बनाने के नाम पर मंदिर की दीवार तोड़ी गई। कॉलोनी के लोगों ने इस पर आपत्ति जताई और हंगामा करते हुए कॉलोनी डेवलपर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
मंगल विहार कॉलोनी, मोदीनगर-हापुड़ मार्ग पर स्थित है। बताया जा रहा है कि कॉलोनी के पीछे एक नई कॉलोनी विकसित की जा रही है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नई कॉलोनी के लिए रास्ता बनाने के उद्देश्य से मंगल विहार कॉलोनी में स्थित धार्मिक स्थल की दीवार तोड़ी गई। यह जमीन पार्क के रूप में चिन्हित है, और वहां पहले से एक मंदिर मौजूद है।
प्रशासन ने क्या कहा?
मामले की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी डॉ. पूजा गुप्ता मौके पर पहुंचीं। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों को सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। उपजिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि दीवार तोड़ने और जमीन के उपयोग की गहराई से जांच की जाएगी।
लखनऊ से आएगी सर्वे टीम
डॉ. पूजा गुप्ता ने बताया कि इस विवाद को सुलझाने के लिए लखनऊ से एक विशेष सर्वे टीम बुलाई जाएगी। यह टीम जमीन की पैमाइश करेगी और तय करेगी कि पार्क और धार्मिक स्थल की जमीन का गलत उपयोग तो नहीं किया गया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जब तक जमीन की पैमाइश पूरी नहीं हो जाती, तब तक किसी भी तरह का निर्माण कार्य रोक दिया जाए।
स्थानीय निवासियों का विरोध
कॉलोनी के निवासियों ने जोर देकर कहा कि धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाना अस्वीकार्य है। उन्होंने कॉलोनी डेवलपर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत लाभ के लिए सामुदायिक संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं।
आगे की कार्रवाई
प्रशासन ने स्थानीय लोगों को विश्वास दिलाया है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, जमीन की पैमाइश और दीवार तोड़ने के कारणों की जांच के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
निष्कर्ष
मंगल विहार कॉलोनी में मंदिर की दीवार तोड़ने का मामला प्रशासन और स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। लखनऊ से आने वाली सर्वे टीम की जांच के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। प्रशासन ने सभी पक्षों को भरोसा दिलाया है कि धार्मिक स्थल और सामुदायिक जमीन का सम्मान हर हाल में किया जाएगा।