गुरुग्राम पुलिस की बड़ी कामयाबी: गुरुग्राम पुलिस ने देशभर में साइबर ठगी के सबसे बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने 2972 लोगों को अपना शिकार बनाकर 10 करोड़ 76 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस ने इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो हरियाणा समेत कई राज्यों में ठगी की घटनाओं में शामिल थे।
ठगी का तरीका: यह गिरोह टेलीग्राम और यूपीआई जैसे ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी करता था। ठग लोगों को शेयर बाजार में निवेश के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवाते थे। इसके अलावा, फर्जी टास्क और अन्य ऑनलाइन स्कीमों के जरिए भी लोगों को लुभाकर ठगा गया। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि गिरोह ने विभिन्न राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है, जिसमें यूपी, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, राजस्थान और पंजाब जैसे राज्य शामिल हैं।
बरामद सामग्री: गुरुग्राम पुलिस ने आरोपियों के पास से 60 हजार रुपये नकद, 2 मोबाइल फोन और 2 पासपोर्ट बरामद किए हैं। इन उपकरणों से पता चला कि गिरोह के खिलाफ कुल 2972 शिकायतें और 124 केस दर्ज हैं। यह गिरोह लंबे समय से लोगों को ठगने में सक्रिय था, और इस पर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है।
गिरफ्तार आरोपी: गिरफ्तार किए गए ठगों की पहचान इस प्रकार है:
- सतीश सुधर (जोधपुर निवासी)
- दिव्याकरण
- आर. सूर्या
- राजकुमार
- नीरज उर्फ शुभम
- मुर्जाद सिंह शेखावत
- नन्द किशोर
- आमिर अहमद उर्फ अज्जू
इन सभी आरोपियों को गुरुग्राम पुलिस ने कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
निष्कर्ष: गुरुग्राम पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो देशभर में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस की मुस्तैदी ने इस गिरोह के सदस्यों को पकड़कर कई मासूम लोगों के साथ होने वाली भविष्य की ठगी से बचाने का काम किया है।