AIN NEWS 1 | अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए कोविड-19 के बाद से लोग जमकर कर्ज ले रहे हैं. होम और कार लोन के साथ साथ पर्सनल लोन में इस दौरान काफी इजाफा हुआ है. इसी तरह क्रेडिट कार्ड से किया जाने वाला खर्च भी जबरदस्त तरीके से बढ़ा है. आंकड़ों के मुताबिक बीते 3 साल में क्रेडिट कार्ड का खर्च तीन गुना बढ़ कर 18 लाख रुपये के पार निकल गया है. मार्च 2024 में खत्म हुए वित्त वर्ष के दौरान ये बढ़कर 18.31 लाख करोड़ रुपये हो गया है जबकि मार्च 2021 में ये 6.30 लाख करोड़ रुपये था. मार्च 2022 में ये बढ़कर 9.71 लाख करोड़ रुपये और मार्च 2023 तक 14.32 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.
EMI से चुका रहे हैं क्रेडिट कार्ड बकाया!
इन आंकड़ों से साफ हो गया है कि अगर लोगो के पास पैसे नहीं हैं तो भी वो क्रेडिट कार्ड के जरिए अपनी जरुरतों और शौक को पूरा करने में जरा भी नहीं हिचकिचा रहे हैं. ऐसे में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके बकाया रकम EMI के जरिए चुकाने का चलन बढ़ता जा रहा है. हालांकि लोगों में कर्ज चुकाने का भरोसा भी कोरोना के बाद सुधरे आर्थिक हालात ने पैदा किया है. इससे कंज्यूमर सेंटीमेंट दुरुस्त हुआ है और लोगों को यकीन है कि वो ज्यादा खर्च करके भी अपनी इनकम के दम पर इसे चुका सकते हैं. साल दर साल के साथ साथ क्रेडिट कार्ड यूजर्स का मासिक खर्च भी लगातार बढ़कर अब औसतन डेढ़ लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया है. इस साल मार्च में 1.64 लाख करोड़ रुपये क्रेडिट कार्ड यूजर्स ने खर्च किए जबकि मार्च 2021 में ये आंकड़ा करीब 72 हजार करोड़ रुपये था.
2.68 लाख करोड़ रुपये बकाया
RBI के आंकड़ों के मुताबिक बैंकों की तरफ से जारी किए जाने वाले क्रेडिट कार्ड की संख्या भी तेजी से बढ़ते हुए मार्च 2024 में 10.18 करोड़ हो गई जबकि मार्च 2023 में ये संख्या 8.53 करोड़, मार्च 2022 में 7.36 करोड़ और मार्च 2021 में 6.20 करोड़ थी. यानी 3 साल में क्रेडिट कार्ड होल्डर्स की संख्या 60 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ गई है. लेकिन क्रेडिट कार्ड के खर्च के साथ ही इसका बकाया भी बढ़ रहा है. मई 2024 तक क्रेडिट कार्ड का बकाया करीब 2.68 लाख करोड़ रुपये हो गया है जबकि 2022 में ये 1.61 लाख करोड़ रुपये था. कार्ड बकाया में केवल वो रकम होती है जो इंटरेस्ट फ्री पीरियड के बाद ग्राहकों को मिलती है.
क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में निजी बैंकों का दबदबा!
देश के बैंकिंग सेक्टर में क्रेडिट कार्ड सेगमेंट पर निजी बैंकों का दबदबा है. आंकड़ों के मुताबिक HDFC बैंक 2.11 करोड़ क्रेडिट कार्ड के साथ टॉप पर है जबकि SBI 1.91 करोड़ कार्ड के साथ दूसरे, ICICI बैंक 1.7 करोड़ कार्ड के साथ तीसरे, और एक्सिस बैंक के 1.43 करोड़ कार्ड के साथ चौथे स्थान पर है. ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड सेगमेंट की तरफ लुभाने में डिस्काउंट्स, एयरपोर्ट लाउंज की सुविधा जैसे ऑफर्स का बड़ा रोल है.