क्रेडिट कार्ड की उपयोगिता घटती क्यों दिख रही है?
डिजिटल पेमेंट के बढ़ते चलन के बावजूद, फरवरी 2025 में क्रेडिट कार्ड से खर्च में भारी गिरावट दर्ज की गई। RBI की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान सिर्फ ₹1.67 लाख करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ, जो पिछले 8 महीनों में सबसे कम है।
इस गिरावट की 3 मुख्य वजहें:
1️⃣ शेयर बाजार में गिरावट – पिछले कुछ महीनों से शेयर बाजार में लगातार गिरावट आई है, जिससे निवेशकों की क्रय शक्ति प्रभावित हुई और क्रेडिट कार्ड खर्च में कमी आई।
2️⃣ बोर्ड एग्जाम और खर्च नियंत्रण – फरवरी में स्टूडेंट्स बोर्ड एग्जाम की तैयारी में व्यस्त थे, जिससे फैमिली खर्च में भी गिरावट आई।
3️⃣ बैंकों की सख्त लोन पॉलिसी – क्रेडिट कार्ड जारी करने की संख्या भी घटकर 4.4 लाख रह गई, जो जनवरी में 8.2 लाख थी। इससे नए कस्टमर्स की संख्या घटी और कुल खर्च कम हुआ।
ऑनलाइन और ऑफलाइन भुगतान दोनों घटे
✅ स्टोर पेमेंट्स – जनवरी में ₹69,429 करोड़ से घटकर फरवरी में ₹62,124 करोड़
✅ ऑनलाइन ट्रांजेक्शन – जनवरी में ₹1.15 लाख करोड़ से गिरकर फरवरी में ₹1.05 लाख करोड़
भविष्य में क्या होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि क्रेडिट कार्ड इंडस्ट्री बढ़ती रहेगी, लेकिन धीमी गति से।
📉 उधार लेने की सख्त नीतियां और आर्थिक अनिश्चितता उपभोक्ताओं को सावधान कर रही हैं।
💳 डिजिटल भुगतान का भविष्य मजबूत है, लेकिन खर्च करने की प्रवृत्ति में बदलाव आ रहा है।
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