मध्य प्रदेश न्यूज़: एक वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर बुजुर्ग दंपती के घर पहुंचे। उन्होंने बहू और बेटे को दरवाजे के सामने बनाई गई दीवार हटाने के निर्देश दिए। पुलिस ने भी आरोपी बेटे-बहू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ये घटना गंज थाना इलाके की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की है। 70 साल की लता भार्गव ने आरोप लगाया कि उनके बेटे जितिन भार्गव और बहू प्राची भार्गव ने उनके दरवाजे के बाहर दीवार खड़ी कर दी है। इससे वह अपने 75 वर्षीय बीमार पति महादेव भार्गव का इलाज नहीं कर पा रही हैं। लता ने बताया कि उनका बेटा जितिन मर्चेंट नेवी में दुबई में पदस्थ है और बहू प्राची बैतूल में एक स्कूल चलाती हैं।
लता भार्गव पहले ही कलेक्टर और एसपी के पास अपनी शिकायत दर्ज करा चुकी थीं। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने अपनी स्थिति का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि बैतूल की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक घर है जहां बहू और सास-ससुर के बीच विवाद है। बहू ने दरवाजे को बंद कर दिया है, जिससे बुजुर्ग दंपती बहुत ही दयनीय हालत में हैं। लंबे समय से ससुर का इलाज नहीं हो पा रहा है। उन्होंने अवैध निर्माण को तत्काल हटाने के निर्देश दिए और बुजुर्ग दंपती के साथ हो रही प्रताड़ना की जांच की जा रही है।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान पाया गया कि प्राची भार्गव ने सास-ससुर के कमरे के सामने दीवार खड़ी कर दी थी, जिससे उनका बाहरी संपर्क नहीं हो पा रहा था और न ही वे इलाज कराने जा पा रहे थे। पुलिस ने लता भार्गव की रिपोर्ट पर धारा 342, 506, 294, 34 के तहत प्राची भार्गव और जितिन भार्गव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पीड़ित बुजुर्ग महिला लता भार्गव ने कहा कि घर के मुख्य दरवाजे के सामने दीवार खड़ी कर दी है, जिससे बीमार पति को इलाज के लिए नहीं ले जा पा रही हूं। बाजू में एक छोटा-सा दरवाजा है, लेकिन उसमें से व्हीलचेयर नहीं निकल सकती। बेटे-बहू बहुत ज्यादती कर रहे हैं। इसी कारण मैंने वीडियो वायरल किया और कलेक्टर एसपी के यहां शिकायत की।
जितिन भार्गव, जो नेवी मर्चेंट में पदस्थ हैं, का कहना है कि यह सब परिवार की सुरक्षा के लिए था। उनकी माता जी गलत व्यवहार कर रही थीं और गलत लोगों से संबंध रख रही थीं, जिससे मेरी बेटी और परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए मैंने दीवार खींचकर अपना रास्ता अलग किया है। मैंने अपने माता-पिता को कैद नहीं किया है। वहां से निकलने के लिए एक और रास्ता है।