BrahMos Facility Inaugurated in UP: Major Boost to India’s Defence Manufacturing
उत्तर प्रदेश में रक्षा क्षेत्र को नई उड़ान: लखनऊ में ब्रह्मोस फैसिलिटी और स्ट्रेटजिक टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स का लोकार्पण
AIN NEWS 1: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की गई। माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल माध्यम से ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन फैसिलिटी और स्ट्रेटजिक मटेरियल टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। यह आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के रक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे और उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ विजन के तहत इस पहल को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
ब्रह्मोस फैसिलिटी का महत्व
लखनऊ में स्थापित की गई ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन फैसिलिटी अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और इसका मुख्य उद्देश्य ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन, परीक्षण और एकीकरण करना है। यह फैसिलिटी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के सहयोग से विकसित की गई है।
यह इकाई उत्तर भारत में अपनी तरह की पहली ऐसी सुविधा है, जो ब्रह्मोस जैसी उच्च तकनीकी मिसाइलों के उत्पादन में अहम भूमिका निभाएगी। इससे न केवल रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
स्ट्रेटजिक मटेरियल टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स का उद्देश्य
इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण अत्याधुनिक रक्षा सामग्रियों के अनुसंधान और विकास के लिए किया गया है। इसमें उच्च ग्रेड मटेरियल, मिश्र धातु और रक्षा उपकरणों से जुड़ी सामग्रियों का निर्माण किया जाएगा। इससे भारत को रक्षा सामग्री के क्षेत्र में आयात पर निर्भरता से मुक्ति मिलेगी।
यह कॉम्प्लेक्स रक्षा उत्पादन की पूरी श्रृंखला को देश में ही मजबूत करेगा, जिससे ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों को नई गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नया उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश को रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में एक मजबूत केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “लखनऊ में ब्रह्मोस फैसिलिटी का उद्घाटन केवल एक भवन या परियोजना की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के लिए एक नई पहचान है – आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम राज्य।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का संबोधन
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह फैसिलिटी आने वाले समय में भारत की सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत बनाएगी। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस जैसी मिसाइलें आज देश की सैन्य ताकत का प्रतीक बन चुकी हैं और इस फैसिलिटी के माध्यम से हम उनका घरेलू उत्पादन और परीक्षण सुनिश्चित कर सकेंगे।
उन्होंने DRDO और प्रदेश सरकार को इस सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि यह कदम उत्तर प्रदेश को एक “डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब” के रूप में स्थापित करेगा।
रोजगार और निवेश के नए अवसर
इस फैसिलिटी से उत्तर प्रदेश में हजारों युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण और रोजगार मिलने की संभावना है। साथ ही, इस परियोजना के माध्यम से रक्षा क्षेत्र में निजी निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी।
राज्य सरकार के अनुसार, भविष्य में प्रदेश में और भी कई रक्षा उत्पादन इकाइयां स्थापित की जाएंगी, जिससे उत्तर प्रदेश रक्षा उत्पादों का निर्यात केंद्र भी बन सकता है।
लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन फैसिलिटी और स्ट्रेटजिक मटेरियल टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स की शुरुआत, भारत के रक्षा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। यह पहल प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया विजन को मजबूती देती है और उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय सुरक्षा संरचना में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाती है।
On National Technology Day, Defence Minister Rajnath Singh virtually inaugurated the BrahMos Aerospace Integration Facility and Strategic Material Technology Complex in Lucknow, Uttar Pradesh. This significant development aligns with Prime Minister Narendra Modi’s vision of Make in India and self-reliance in defence manufacturing. The DRDO-led initiative marks a turning point in Uttar Pradesh’s role in India’s defence sector and strengthens BrahMos missile production capabilities, boosting the state’s emergence as a defence manufacturing hub.