AIN NEWS 1 मास्को: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रूस की राजधानी मास्को स्थित ‘टूम ऑफ द अननोन सोल्जर’ (अज्ञात सैनिक की समाधि) पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह समाधि उन गुमनाम सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने अपने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह कार्यक्रम भारत और रूस के बीच रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
सम्मान और श्रद्धांजलि का प्रतीक
राजनाथ सिंह ने इस महत्वपूर्ण स्थल पर पहुंचकर वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। पुष्पांजलि अर्पित करते समय उन्होंने कुछ क्षण मौन रखा और देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। इस दौरान भारतीय दूतावास के अधिकारी और रूसी सैन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
टूम ऑफ द अननोन सोल्जर का महत्व
मास्को में स्थित ‘टूम ऑफ द अननोन सोल्जर’ द्वितीय विश्व युद्ध के उन अज्ञात सैनिकों की याद में बनाई गई है, जिन्होंने सोवियत संघ की रक्षा में अपनी जान गंवाई। यह स्मारक क्रेमलिन की दीवार के पास एलेक्जेंडर गार्डन में स्थित है और रूस में वीरता और बलिदान का प्रतीक है।
भारत और रूस के मजबूत रक्षा संबंध
राजनाथ सिंह की यह यात्रा भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक रक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से की जा रही है। भारत और रूस लंबे समय से रक्षा सहयोगी रहे हैं, और दोनों देशों के बीच रक्षा उपकरणों और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
द्विपक्षीय बैठकें और सहयोग पर जोर
इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने रूस के शीर्ष रक्षा अधिकारियों और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों से भी मुलाकात की। बातचीत में दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और विस्तार देने, नई तकनीकों को साझा करने और सुरक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की गई।
रक्षा मंत्री का संदेश
राजनाथ सिंह ने कहा कि वीर सैनिकों का बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा और यह दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग की भावना को और सशक्त करेगा। उन्होंने भारत-रूस की मित्रता को “सामरिक साझेदारी” का आधार बताया।
यह यात्रा भारत और रूस के संबंधों को नई ऊंचाईयों पर ले जाने की दिशा में एक और कदम है।