AIN NEWS 1: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 13 दिसंबर, 2024 को लोकसभा में संविधान पर बहस की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने संविधान के महत्व और उसके द्वारा देश के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन पर डाले गए प्रभावों पर प्रकाश डाला।
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “हम भारतीयों ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था, और आज हम इसके अपनाए जाने के 75 साल पूरे होने पर इस सदन और देश के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं।” उन्होंने कहा कि यह दिन न केवल भारतीय लोकतंत्र के लिए बल्कि देश की समृद्धि और विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि भारतीय संविधान ने न केवल देश को एक स्थिर राजनीतिक संरचना प्रदान की, बल्कि यह देश के सामाजिक और आर्थिक विकास की नींव भी तैयार करता है। “हमारा संविधान राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है,” उन्होंने कहा।
सिंह ने यह भी बताया कि संविधान में दिए गए मौलिक अधिकार, समानता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों ने भारतीय समाज को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाने में मदद की। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान ने भारत को विविधताओं के बावजूद एकता और अखंडता के साथ जोड़ने का काम किया है।
राजनाथ सिंह ने भारतीय संविधान के विकास में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की भूमिका को भी सराहा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने भारतीय समाज के लिए एक ऐसे संविधान का निर्माण किया, जो हर नागरिक को समान अधिकार और अवसर प्रदान करता है, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या वर्ग से हो।
इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने संविधान के 75 सालों में हुए बदलावों और सुधारों पर भी चर्चा की, जो देश की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुए हैं। उन्होंने संविधान के आदर्शों को बनाए रखने और उन्हें लागू करने के महत्व को रेखांकित किया।
इस बहस के दौरान राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि संविधान की मूल भावना के अनुसार, देश में सभी नागरिकों को समान अवसर और न्याय मिलने चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें संविधान के मूल्यों की रक्षा करते हुए समाज के कमजोर वर्गों के लिए कार्य करना चाहिए।
इस प्रकार, रक्षा मंत्री के भाषण ने संविधान के महत्व को पुनः स्थापित किया और यह बताया कि यह हमारे राष्ट्र के विकास और समृद्धि के लिए कितना अहम है।