AIN NEWS 1: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले के मामले में सीबीआई से जमानत मिल गई है। इससे पहले, उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से भी जमानत मिल चुकी थी। इस लेख में हम शराब घोटाले की जांच की पूरी क्रोनोलॉजी, गिरफ्तारियों और जमानत की स्थिति की जानकारी प्रस्तुत करेंगे।
जमानत और गिरफ्तारी की क्रोनोलॉजी
1. ईडी की गिरफ्तारी (21 मार्च 2024):
21 मार्च 2024 को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अरविंद केजरीवाल को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया।
10 दिन की पूछताछ के बाद, 1 अप्रैल 2024 को उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
2. सीबीआई की गिरफ्तारी (26 जून 2024):
26 जून 2024 को सीबीआई ने केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया। उस समय केजरीवाल तिहाड़ जेल में थे।
3. सुप्रीम कोर्ट की जमानत (13 सितंबर 2024):
13 सितंबर 2024 को, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई मामले में केजरीवाल को जमानत दी। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई 2024 को उन्हें आम चुनाव में प्रचार के लिए 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी, जो बाद में 2 जून 2024 को समाप्त हो गई थी।
जमानत और गिरफ्तारी की स्थिति
जेल में कौन?
अमनदीप ढल्ल, जो दिल्ली के एक कारोबारी हैं, अभी भी जेल में हैं। उनका जमानत याचिका अभी भी लंबित है।
जेल से बाहर कौन?
के. कविता (27 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली)
मनीष सिसोदिया (9 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली)
संजय सिंह (2 अप्रैल 2024 को जमानत मिली)
विजय नायर (2 सितंबर 2024 को जमानत मिली)
समीर महेंद्रू, अभिषेक बोइनपल्ली, और अन्य भी जमानत पर बाहर आए हैं।
प्रमुख गिरफ्तारियाँ और जमानत
ईडी द्वारा गिरफ्तारियां:
27 सितंबर 2022 को विजय नायर की गिरफ्तारी।
26 फरवरी 2023 को मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी।
21 मार्च 2024 को अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी।
4 अक्टूबर 2023 को संजय सिंह की गिरफ्तारी।
सीबीआई द्वारा गिरफ्तारियां:
15 मार्च 2024 को के. कविता की गिरफ्तारी।
26 फरवरी 2023 को मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी।
शराब घोटाले की जांच का विवरण
1. नई शराब नीति (नवंबर 2021):
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने एक नई शराब नीति लागू की, जिसके तहत शराब का कारोबार निजी हाथों में सौंप दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, शराब की बिक्री पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कमी आई और शराब कारोबारियों की कमाई बढ़ गई।
2. मुख्य आरोप और चार्जशीट:
ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया कि नई नीति से दिल्ली सरकार को 2,873 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
ईडी की चार्जशीट में अरविंद केजरीवाल को आरोपी नंबर 37 के रूप में शामिल किया गया है और आरोप है कि उन्होंने शराब नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्य आरोपी
मनीष सिसोदिया (पूर्व आबकारी मंत्री)
विजय नायर (पूर्व सीईओ, ओनली मच लाउडर)
समीर महेंद्रू (इंडोस्पिरिट्स ग्रुप का एमडी)
अमनदीप ढल्ल (ब्रिंडको सेल्स का डायरेक्टर)
केजरीवाल का कथित रोल
ईडी की चार्जशीट में अरविंद केजरीवाल की भूमिका को प्रमुख मानते हुए कहा गया है कि वे AAP के संरक्षक के रूप में पार्टी की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं। चार्जशीट में यह भी कहा गया कि शराब नीति के पीछे उनका पूरा नियंत्रण था और उन्होंने गोवा चुनाव के लिए रिश्वत का इस्तेमाल किया।
के. कविता की भूमिका
ईडी का आरोप है कि के. कविता ‘साउथ ग्रुप’ लॉबी से जुड़ी थीं, जिसने AAP नेताओं को रिश्वत दी। ईडी ने आरोप लगाया कि कविता की कंपनी को शराब कारोबार में एंट्री देने के लिए 100 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया।
इस पूरी जांच में शराब घोटाले के कई आरोपी जेल में हैं, जबकि कुछ को जमानत मिल चुकी है। जांच का सिलसिला अभी भी जारी है और अदालतों में कई मामले लंबित हैं।