Delhi’s Most Expensive Police Station Ordered to Vacate in 15 Days
दिल्ली के सबसे महंगे पुलिस थाने को खाली करने का आदेश, सिर्फ 15 दिन की मोहलत
AIN NEWS 1: दिल्ली में स्थित जैतपुर पुलिस थाना इन दिनों विवादों में घिरा हुआ है। यह थाना एक किराए की इमारत में चल रहा है, जिसका मासिक किराया करीब ₹7.56 लाख है। एमसीडी (नगर निगम) की ओर से इसे नोटिस भेजा गया है, जिसमें 15 दिनों के भीतर भवन खाली करने का आदेश दिया गया है। यह मामला अब पुलिस विभाग और नागरिक एजेंसी के बीच बड़ी चिंता का विषय बन गया है।
🔍 थाना किराए पर क्यों और कितना महंगा?
दिल्ली में करीब एक दर्जन थाने ऐसे हैं जो अब तक किराए की इमारतों में चल रहे हैं। परंतु, जैतपुर थाना सबसे महंगा साबित हो रहा है। यह थाना एक कच्ची कॉलोनी में स्थित है, जहां पर पक्के निर्माण की अनुमति नहीं है। इसके चलते इसे किसी तरह की स्थायी संरचना में बदला भी नहीं जा सकता।
सूत्रों के अनुसार, शिकायतों और अवैध निर्माण को लेकर जब एमसीडी में केस गया, तो संबंधित एजेंसी ने थाना खाली कराने के लिए नोटिस जारी कर दिया।
📜 नोटिस का विवरण और तारीखें
नोटिस जारी करने की तारीख: 26 मई 2025
थाने में रिसीव करने की तारीख: 3 जून 2025
थाने में डायरी में दर्ज: 3 जून 2025
मोहलत: 15 दिन के भीतर भवन खाली करना अनिवार्य
एमसीडी ने भवन मालिक को साफ निर्देश दिया है कि अगर तय समयसीमा में इमारत खाली नहीं हुई, तो अवैध निर्माण ध्वस्त किया जाएगा और उसकी पूरी जिम्मेदारी भवन मालिक की होगी।
🏗️ नई जगह या विकल्प की चिंता
अब सबसे बड़ा सवाल है कि जब जैतपुर थाना खाली किया जाएगा, तो इसे कहां स्थानांतरित किया जाएगा? फिलहाल इसके पास न तो अपनी जमीन है और न ही कोई तय लोकेशन। इसलिए पुलिस मुख्यालय (PHQ) और अन्य संबंधित विभाग मिलकर इस पर विचार कर रहे हैं।
🏢 किराए पर चल रहे अन्य थाने और उनका मासिक किराया
थाना मासिक किराया (₹)
भारत नगर 76,922
शाहबाद डेयरी 1,36,164
प्रेम नगर 1,45,200
स्वरूप नगर 1,28,944
भलस्वा डेयरी 2,23,733
जैतपुर 7,56,000
सोनिया विहार 2,38,823
फतेहपुर बेरी 2,47,987
छावला 59,787
करावल नगर 2,30,000
निहाल विहार 2,69,865
रणहौला 1,67,400
तिगड़ी 2,50,000
जैतपुर थाना इन सभी थानों में सबसे महंगे किराए पर संचालित हो रहा है, जिससे यह मुद्दा और गंभीर हो जाता है।
🚧 सड़क चौड़ीकरण और पुलिस चौकी का मुद्दा
सिर्फ थाने ही नहीं, दिल्ली की सड़कों पर बनीं कई पुलिस चौकियां भी अतिक्रमण का कारण बन रही हैं।
एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा एनएच-48 से नारायणा की ओर जाने वाले रास्ते को चौड़ा करने की योजना है। लेकिन रास्ते में दिल्ली पुलिस की एक चौकी आ रही है।
इस चौकी के बाहरी हिस्से और जब्त वाहनों की वजह से एसपीएम मार्ग पर जाम की स्थिति बन रही है। एनएचएआई ने दिल्ली पुलिस से 1300 वर्ग मीटर जमीन मांगी है ताकि चौड़ीकरण कार्य आसानी से हो सके। पुलिस इस पर सहमति जता चुकी है।
जैतपुर थाना खाली करने का मामला दिल्ली पुलिस के बुनियादी ढांचे की खामियों की ओर इशारा करता है। राजधानी में जहां पुलिस की भूमिका सबसे अहम होती है, वहां ऐसे थाने जो किराए पर चल रहे हैं, वो एक प्रशासनिक विफलता की कहानी बयान करते हैं।
अब देखना ये होगा कि जैतपुर थाना 15 दिन में खाली होता है या कोई वैकल्पिक रास्ता निकाला जाता है।
The Jaitpur police station in Delhi has become the center of controversy as it operates from a rented building costing more than ₹7.5 lakh per month. The Municipal Corporation of Delhi (MCD) has issued a 15-day notice to vacate the premises due to alleged illegal construction. Among several Delhi police stations functioning from rented properties, Jaitpur stands out as the most expensive. This issue raises questions about Delhi police infrastructure, rising urban encroachments, and the urgent need for permanent facilities.