AIN NEWS 1 | दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में रविवार (31 अगस्त) की सुबह मूसलाधार बारिश से मौसम पूरी तरह बदल गया। सुबह से ही आसमान में बादल घिरे हुए थे और लगभग 8 बजे के करीब बारिश शुरू हो गई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति बन गई। बारिश के कारण सड़कों पर आवाजाही मुश्किल हो गई और बाहर निकले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
13 साल में सबसे ठंडा अगस्त
इस बार दिल्ली में अगस्त महीने में रिकॉर्ड तोड़ बारिश और तापमान में गिरावट देखने को मिली। पुराने रिकॉर्ड्स के अनुसार, पिछले 13 साल में ऐसा ठंडा अगस्त पहली बार आया है। इस महीने का औसत अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मानसून के तीनों महीने—जून, जुलाई और अगस्त—में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। सफदरजंग में अब तक लगभग 400 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह पिछले 14 साल में सबसे ज्यादा बारिश है, जो दिल्ली के मौसम में असामान्य बदलाव को दर्शाती है।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
शनिवार (30 अगस्त) को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया। पुरानी दिल्ली में पुल के पास रात 8 बजे यमुना का जलस्तर 205.52 मीटर था, जो खतरे के निशान से 0.15 मीटर अधिक था। इसके कारण नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया गया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर निकाला जा रहा है।
सरकार ने निचले इलाकों के लोगों के लिए विशेष कैंप बनाए हैं ताकि कोई भी परेशानी या दुर्घटना न हो। जलस्तर शुक्रवार को सामान्य था, लेकिन शनिवार को अचानक बढ़कर खतरे के निशान को पार कर गया।
बारिश के चलते घर से ही लें मजे
बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि रविवार होने के कारण लोग घर से ही बरसात का आनंद ले सकते हैं, लेकिन जो लोग बाहर काम या अन्य जरूरी कामों के लिए निकल रहे हैं, उनके लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण है।
आज मौसम विभाग ने ईस्ट दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली, साउथ ईस्ट दिल्ली और शाहदरा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि देर रात तक दिल्ली-एनसीआर में बादल घिरे रहेंगे और गरज के साथ छींटों की संभावना बनी रहेगी।
सड़क पर हालात और सावधानियां
बारिश के कारण कई प्रमुख मार्ग जलमग्न हो गए हैं। कई इलाकों में ट्रैफिक धीमा हो गया और कुछ जगहों पर वाहनों का संचालन मुश्किल हो गया। लोगों को सलाह दी जा रही है कि अनावश्यक बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित मार्गों का चुनाव करें।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन
दिल्ली सरकार और आपदा प्रबंधन टीम ने जलजमाव वाले इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके अलावा, बाढ़ नियंत्रण के उपाय जैसे तटबंध और जल निकासी के उपाय सक्रिय कर दिए गए हैं।
मौसम विशेषज्ञों की राय
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल मानसून सामान्य से काफी ज्यादा सक्रिय रहा। लगातार बारिश और ठंडे मौसम के कारण लोग गर्म कपड़ों और रेनकोट का इस्तेमाल कर रहें हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में मानसून का यह चरण जलजमाव और यमुना जलस्तर के लिहाज से जोखिमपूर्ण है, इसलिए सतर्कता जरूरी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
बारिश से कुछ लोग खुश हैं और इसे गर्मियों के बाद ठंडक का स्वागत मान रहे हैं। वहीं, दैनिक जीवन प्रभावित होने के कारण कई लोगों ने सड़क पर फंसे रहने की परेशानी बताई। खासकर सुबह की ट्रैफिक जाम और जलजमाव ने लोगों के सफर को चुनौतीपूर्ण बना दिया।
दिल्ली और NCR में इस रविवार की मूसलाधार बारिश ने मौसम को ठंडा और खुशगवार बना दिया है, लेकिन साथ ही जलजमाव और यमुना के जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में मुश्किलें पैदा की हैं। प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं, और नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
इस बारिश का सबसे बड़ा संदेश है—बरसात का आनंद लें लेकिन सुरक्षा को नजरअंदाज न करें।