Delhi Traffic Police Caught Taking Bribe, Vigilance Arrests ASI and Head Constable
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए दिल्ली के दो ट्रैफिक पुलिसकर्मी, विजिलेंस ने की कार्रवाई
AIN NEWS 1: दिल्ली में पुलिस महकमे पर एक बार फिर भ्रष्टाचार के साए गहरे हो गए हैं। समयपुर बादली ट्रैफिक सर्कल में तैनात दो ट्रैफिक पुलिसकर्मी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने इन्हें एक शिकायत के आधार पर जाल बिछाकर गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में एएसआई विजय कुमार और हेड कांस्टेबल सुरेंद्र को ₹30,000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
शिकायत के आधार पर शुरू हुई कार्रवाई
विजिलेंस को 21 मई को एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि समयपुर बादली ट्रैफिक सर्कल के महादेव चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी उससे ट्रैफिक चालान से बचाने के लिए रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत मिलते ही विजिलेंस विभाग सक्रिय हुआ और तत्काल एक टीम गठित की गई।
टीम ने योजना बनाई कि आरोपितों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एक ट्रैप ऑपरेशन किया जाएगा। इसके तहत शिकायतकर्ता को निर्देश दिया गया कि वह आरोपितों के बताए स्थान पर रुपये लेकर जाए और पूरे घटनाक्रम की जानकारी टीम को देता रहे।
कार में बिठाकर सुनसान जगह ले गए
शाम करीब 5:30 बजे एएसआई विजय कुमार ने शिकायतकर्ता को महादेव चौक पर मिलने के लिए बुलाया। वहां शिकायतकर्ता को एक कार में बैठा दिया गया, जिसे हेड कांस्टेबल सुरेंद्र चला रहे थे। विजय कुमार भी उसी कार में मौजूद था।
कार रोहिणी सेक्टर-30 की ओर बढ़ी, जहां वे एक सुनसान जगह पर पहुंचे। विजिलेंस टीम पहले से तैयार थी और उनकी निगरानी कर रही थी। जैसे ही शिकायतकर्ता ने संकेत दिया कि पैसों का लेन-देन हो चुका है, टीम ने तुरंत कार्रवाई की।
रिश्वत की रकम एएसआई के पास मिली
कार को रोककर तलाशी ली गई। इस दौरान एएसआई विजय कुमार के पास से ₹30,000 की नकद राशि बरामद हुई। इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया गया।
कानूनी कार्रवाई और रिमांड
विजिलेंस थाने में दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया, ताकि विस्तृत पूछताछ की जा सके और यह पता लगाया जा सके कि क्या यह एकल मामला था या फिर कोई बड़ा भ्रष्टाचार नेटवर्क इससे जुड़ा हुआ है।
भविष्य की जांच और असर
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पूछताछ के दौरान यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इस प्रकार की अन्य घटनाएं भी हुई हैं या नहीं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इन पुलिसकर्मियों के साथ और लोग भी शामिल हैं।
विजिलेंस की इस कार्रवाई से एक संदेश गया है कि दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया जा रहा है। यह मामला पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला जरूर है, लेकिन इस तरह की कार्रवाई से जनता का भरोसा बहाल होने की संभावना है।
In a major crackdown on police corruption, the Delhi Vigilance Unit arrested ASI Vijay Kumar and Head Constable Surendra from the Samaypur Badli traffic circle. They were caught red-handed accepting a ₹30,000 bribe to waive off a traffic challan. This Delhi traffic police bribery case highlights growing concerns over corruption in law enforcement. Both officers are currently under police remand for further investigation, with the vigilance team confirming recovery of the bribe money during the trap operation.