AIN NEWS 1: आज विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ. उदिता त्यागी ने यति संन्यासियों और हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के साथ संयुक्त राष्ट्र संघ के दिल्ली कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ से बांग्लादेश का विभाजन कर वहां के हिंदुओं के लिए एक अलग राष्ट्र बनाने की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग:
– डॉ. विवेक कौल (प्रसिद्ध एनआरआई)
– यति रामस्वरूपानंद जी
– यति रणसिंहानंद जी
– यति परमात्मानंद जी
– यति अभयानंद जी
– सनोज शास्त्री
– पंडित कृष्णवल्लभ भारद्वाज
– मोहित बजरंगी
– अजीत मलिक
– अशोक मित्तल
प्रदर्शन के दौरान, एक प्रार्थना पत्र भी संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों को सौंपा गया। इस पत्र में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हिंसक अत्याचारों की जानकारी दी गई और बांग्लादेश के विभाजन की मांग की गई। पत्र में लिखा गया है कि बांग्लादेश में हिंदुओं का लगातार नरसंहार हो रहा है, विशेषकर इस्लामिक जिहादियों द्वारा। हाल ही में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया, और सेनाध्यक्ष जनरल वकार-उज-जमान ने अंतरिम सरकार का गठन किया। इस बदलाव के बाद, हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ गई है, जिसमें कई जिलों में उनके घर, व्यापारिक प्रतिष्ठान और धार्मिक स्थल निशाना बने हैं।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल के अनुसार, बांग्लादेश के 64 जिलों में से 45 जिलों में हिंदुओं पर हमला हुआ है। इस हिंसा के दौरान हिंदुओं के घर, व्यापार और धार्मिक स्थल बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
डॉ. उदिता त्यागी ने कहा, “यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए एक अलग राष्ट्र का निर्माण नहीं होता। हम हर संभव प्रयास करेंगे।” डॉ. विवेक कौल ने जोड़ा, “हर हिंदू को अब आवाज उठानी होगी, अन्यथा हम सभी की सुरक्षा संकट में आ सकती है।”
प्रार्थना पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि अगर बांग्लादेश के विभाजन की प्रक्रिया तुरंत शुरू नहीं की गई तो बांग्लादेश में रहने वाले डेढ़ करोड़ हिंदुओं का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र संघ से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की गई है ताकि हिंदुओं की जान और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।