हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीसरी बार जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस को लगातार तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। इस नतीजे पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आ रही हैं। रोहतक से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नतीजों पर अचंभित: दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, “जो नतीजे आए हैं, उन्होंने सबको अचंभित कर दिया है। हम इनका गहराई से विश्लेषण कर रहे हैं।” उन्होंने विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम से जुड़ी शिकायतों का भी जिक्र किया और कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर प्रश्न चिन्ह उठ रहे हैं।
चुनाव आयोग से अपेक्षा: हुड्डा ने चुनाव आयोग को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, “पोस्टल बैलेट में 90 में से 76 सीटों पर कांग्रेस की बढ़त थी। सारे सर्वे और धरातल पर जो रिपोर्ट थी, उसमें कांग्रेस की बढ़त सबको दिखाई दे रही थी। चुनाव प्रक्रिया को लेकर उठ रहे सवालों का चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए।”
#WATCH झज्जर: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "जो नतीजे आए हैं, उन्होंने सबको अचंभित कर दिया है। हम इनका गहराई से विश्लेषण कर रहे हैं। चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। हमने चुनाव आयोग के समक्ष भी मुद्दे उठाए हैं और उनके जवाब का… pic.twitter.com/HL9qReFgzN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2024
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की सराहना: उन्होंने यह भी कहा, “बीजेपी के सभी छल-कपट के बावजूद हमने 40 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। इसके लिए मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद करना चाहता हूं।” हुड्डा ने प्रजातांत्रिक व्यवस्था में कांग्रेस की भूमिका निभाने का आश्वासन दिया और कहा कि पार्टी लोगों की आवाज उठाने का काम करेगी।
चुनाव के नतीजे: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस ने 37 सीटों पर विजय हासिल की है। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने 2 सीटें जीती हैं, जबकि तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। जननायक जनता पार्टी (JJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) का खाता भी नहीं खुला है।
2019 के चुनाव में, बीजेपी ने 40 सीटों पर जीत हासिल की थी और उसे सरकार बनाने के लिए जेजेपी के साथ गठबंधन करना पड़ा था।
निष्कर्ष: दीपेंद्र हुड्डा का यह बयान कांग्रेस के अंदर की चिंताओं को उजागर करता है, खासकर चुनावी प्रक्रिया और ईवीएम के संबंध में। वह यह दर्शाते हैं कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत को मानती है और भविष्य में अपनी राजनीतिक भूमिका को निभाने के लिए तैयार है।