AIN NEWS 1 | 21 जुलाई 2025 को ढाका के उत्तरा इलाके में स्थित माइलस्टोन कॉलेज में जो हुआ, उसने ना केवल कॉलेज के छात्रों बल्कि पूरे देश को दहला दिया। बांग्लादेश वायुसेना का एक एफ-7बीजीआई फाइटर जेट नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान अनियंत्रित होकर कॉलेज की बिल्डिंग से जा टकराया। इस भयंकर हादसे में 19 लोगों की मौत हुई, जिनमें 16 छात्र, 2 शिक्षक और पायलट शामिल हैं। साथ ही, 160 से ज्यादा लोग घायल हुए।
लेकिन हादसे से भी ज्यादा झकझोरने वाले थे वो दृश्य और आवाजें, जिन्हें छात्रों और शिक्षकों ने अपनी आंखों से देखा और कानों से सुना। जो बचे, वे खुद को किस्मतवाला मान रहे हैं।
“एक जोरदार धमाका हुआ, सब कुछ कांप उठा”
छात्र फहीम हुसैन, जो हादसे के समय कॉलेज कैंपस में मौजूद थे, ने बताया,
“जहां मैं खड़ा था, वहां से मुश्किल से 10 फीट की दूरी पर प्लेन गिरा। वहां क्लास चल रही थी। एक पल सब ठीक था, दूसरे ही पल एक जोरदार धमाके के साथ पूरा क्षेत्र आग और धुएं से घिर गया।”
उनका कहना था कि कुछ सेकंड के भीतर अफरा-तफरी मच गई, चीख-पुकार गूंजने लगी और क्लासरूम की खिड़कियों से आग की लपटें साफ दिखाई देने लगीं।
“मैंने खिड़की से देखा… और जहाज इमारत से टकरा गया”
कॉलेज के ही एक अन्य छात्र ने बताया कि वो सातवीं मंजिल पर क्लास में बैठे थे,
“मैं खिड़की से बाहर देख रहा था तभी अचानक मैंने देखा कि एक विमान पास की इमारत की पहली मंजिल से टकरा गया। नीचे छोटे बच्चे क्लास में पढ़ रहे थे। आग की भयंकर लपटें उठीं और फिर केवल चीखें सुनाई दीं।”
हॉस्टल से उठी त्रासदी की गवाही
अब्दुल्ला अल फहद, जो माइलस्टोन कॉलेज के हॉस्टल में रहते हैं, ने बताया,
“लंच के बाद हम क्लास के लिए तैयार हो रहे थे। तभी अचानक जोरदार आवाज आई। जब बाहर निकला तो देखा कि प्लेन ठीक हमारे सामने गिरा है। कुछ समय पहले ही हम सबने उस प्लेन को ऊपर उड़ते देखा था।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरे दो दोस्त मेरे साथ थे… अब दोनों नहीं रहे।”
परेशान माता-पिता, स्कूल गेट पर रोती भीड़
हादसे के बाद कुछ ही मिनटों में अस्पताल, एम्बुलेंस, दमकल और आपातकालीन सेवाएं स्कूल में पहुंचने लगीं। स्कूल के बाहर माता-पिता बदहवास होकर अपने बच्चों को ढूंढते नजर आए।
एक माता-पिता ने बताया,
“फोन पर बेटे से बात हुई थी, लेकिन अब वो मिल नहीं रहा। जब तक आंखों से ना देखूं, चैन नहीं पड़ेगा।”
कौन था पायलट, कैसे हुआ हादसा?
पायलट की पहचान फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहम्मद तौकीर इस्लाम के रूप में हुई है, जो इस मिशन पर एक प्रशिक्षण उड़ान में थे। उनका विमान, चीन निर्मित F-7BGI, बांग्लादेश एयरफोर्स के आधुनिक विमानों में शामिल था। हादसे से पहले विमान को कई बार ऊपर मंडराते हुए देखा गया, जिससे संदेह है कि तकनीकी खराबी के बाद पायलट सुरक्षित स्थान खोज रहे थे।
क्या कहते हैं शुरुआती जांच संकेत?
फिलहाल दुर्घटना की वजहों की जांच शुरू कर दी गई है। कुछ सूत्रों के अनुसार, विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी।
F-7BGI चीन का उन्नत फाइटर जेट है, लेकिन इसकी सुरक्षा दर में पहले भी सवाल उठ चुके हैं। बांग्लादेश एयरफोर्स के पास अब इस मॉडल के 15 विमान बचे हैं।
एक काला दिन, जो भुलाया नहीं जा सकेगा
21 जुलाई 2025 का दिन माइलस्टोन कॉलेज और ढाका शहर के लिए भूल पाना नामुमकिन है। जिन लोगों ने यह हादसा अपनी आंखों से देखा, उनके लिए यह जीवन भर की मानसिक पीड़ा बन चुका है।
छात्रों ने बताया कि हादसे के बाद भी धुएं और जले हुए रबर की बदबू पूरे परिसर में फैली थी।
तकनीक की चूक या मानव त्रुटि – जवाब का इंतजार
इस हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या व्यस्त शहरी इलाकों में उड़ान प्रशिक्षण उचित है? क्या एयरफोर्स को शहर के बाहर ट्रायल ज़ोन बनाने चाहिए?
जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक जवाब अधूरे हैं, लेकिन जो खोया है – वो कभी वापस नहीं आएगा।
Eyewitnesses of the tragic Dhaka jet crash at Milestone College have shared horrifying details about the deadly explosion caused by a Bangladesh Air Force F-7BGI fighter jet. The crash led to 19 deaths and over 160 injuries, creating chaos, panic, and destruction on the school campus. Survivor accounts describe burning debris, screaming students, and a horrifying scene that unfolded within seconds, making this one of the worst aviation accidents in Bangladesh’s recent history.