AIN NEWS 1: कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से सुर्खियाँ बटोरी हैं। इस बार उन्होंने क्रिसमस के अवसर पर ईसाइयों को हिन्दू बताते हुए बड़ा बयान दिया। शास्त्री का कहना है कि भारत में रहने वाले सभी ईसाई हिन्दू ही हैं क्योंकि यह हिन्दुस्तान है और यहां की संस्कृति सनातन है।
धीरेंद्र शास्त्री का बयान एक वीडियो के माध्यम से सामने आया, जिसमें वह कह रहे हैं, “इस देश में रहने वाले ईसाई भी हिन्दू हैं। ईसाइयों और मुसलमानों की आठवीं और नौवीं पीढ़ी रामलाल और श्यामलाल ही थीं। सब सनातनी हैं, कोई पराया नहीं है।” इसके साथ ही शास्त्री ने यह भी कहा कि उनका संकल्प है कि जब तक वे जीवित रहेंगे, वह इस बात को लेकर नहीं बदलेंगे।
इसके अलावा, शास्त्री ने हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात भी दोहराई। उनका कहना था, “हम तो हिन्दू राष्ट्र बनाकर ही मानेंगे। हम अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और तुम्हारी भी जिम्मेदारी है। हम अपने लिए नहीं लड़ रहे हैं और न ही अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। अगर हमें अपनी बहन-बेटियों को सुरक्षित रखना है तो हिन्दुओं को घर से बाहर निकलना पड़ेगा।”
यह कोई पहला मौका नहीं है जब धीरेंद्र शास्त्री ने ऐसे विवादित बयान दिए हों। पहले भी वह हिन्दू राष्ट्र के पक्ष में बयान दे चुके हैं और समाज के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रख चुके हैं। उनके बयानों को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं, लेकिन वह अपने विचारों से पीछे नहीं हटते।
धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव के निवासी हैं। उनका जन्म 4 जुलाई 1996 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और मां का नाम सरोज शास्त्री है। उनके परिवार में एक भाई, शालिग्राम गर्ग और एक बहन भी हैं। हाल ही में, शालिग्राम गर्ग ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री से उनके सारे रिश्ते खत्म हो चुके हैं और उनके नाम को विवादों में न घसीटा जाए।
धीरेंद्र शास्त्री के बयान और उनके दृष्टिकोण को लेकर विवाद अक्सर उठते रहते हैं। हालांकि, उनके समर्थक उन्हें हिन्दू धर्म और संस्कृति के प्रति अपनी निष्ठा और विश्वास को व्यक्त करने वाला मानते हैं, जबकि आलोचक इसे समाज में मतभेद और असहमति को बढ़ाने वाला मानते हैं।
इस विवादित बयान के बाद से सोशल मीडिया और विभिन्न मंचों पर चर्चा तेज हो गई है, और यह देखना होगा कि इस पर आगे क्या प्रतिक्रियाएँ सामने आती हैं।