AIN NEWS 1 लखनऊ, उत्तर प्रदेश: अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि आज वक्फ (संशोधन) पर संयुक्त संसदीय समिति लखनऊ पहुंची है। इस अवसर पर विभिन्न मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
मौलाना खालिद रशीद ने बताया, “हमने यहां अपनी समस्याएं और सुझाव समिति के सामने प्रस्तुत किए। हमें पूरा विश्वास है कि हमारी बातों को सुना जाएगा और इनके समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदु उठाए। संगठनों ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग न हो और इसका लाभ सही तरीके से समुदाय को मिले।
संयुक्त संसदीय समिति का यह दौरा वक्फ अधिनियम में संभावित बदलावों और मुस्लिम समुदाय की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। समिति ने प्रतिनिधियों की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि उनकी चिंताओं पर विचार किया जाएगा।
मौलाना खालिद रशीद ने उम्मीद जताई कि इस चर्चा से वक्फ प्रबंधन में पारदर्शिता आएगी और मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा होगी।
यह बैठक मुस्लिम संगठनों और सरकार के बीच संवाद का एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समुदाय की समस्याओं को सुलझाने में सहायक हो सकती है।
English Paragraph for SEO:
The joint parliamentary committee on the Waqf (Amendment) Act convened in Lucknow to discuss significant issues related to waqf properties and their management. Representatives from various Muslim organizations, including All India Muslim Personal Law Board member Maulana Khalid Rasheed Firangi Mahali, participated in the meeting. Key concerns about waqf property misuse, transparency, and protection were highlighted. The committee assured the stakeholders of appropriate action, aiming to foster better management and safeguard the interests of the Muslim community.