AIN NEWS 1: हाल ही में, यह चर्चा में रहा है कि बार-बार अपने Cibil स्कोर को चेक करने से आपका स्कोर कम हो सकता है। लेकिन क्या यह सच है? आइये जानें कि इस बारे में सच्चाई क्या है और नए RBI नियम क्या हैं।
Cibil स्कोर क्या है?
Cibil स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और क्रेडिटवर्थिनेस को दर्शाती है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और आम तौर पर 750 या उससे ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है।
हार्ड इन्क्वायरी और सॉफ्ट इन्क्वायरी क्या है?
1. सॉफ्ट इन्क्वायरी: जब आप खुद अपने Cibil स्कोर को चेक करते हैं, तो इसे सॉफ्ट इन्क्वायरी कहते हैं। यह आपके स्कोर को प्रभावित नहीं करती है।
2. हार्ड इन्क्वायरी: जब कोई बैंक या फाइनेंशियल संस्थान आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करता है, तो इसे हार्ड इन्क्वायरी कहते हैं। यह आपके स्कोर को कुछ अंकों से कम कर सकता है।
RBI के नए नियम
RBI ने हाल ही में क्रेडिट स्कोर को लेकर कुछ नए नियम लागू किए हैं:
1. स्कोर का अपडेट : अब Cibil स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा। ये नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होंगे। इसका मतलब है कि आपके स्कोर को हर महीने की 15 तारीख और महीने के अंत में अपडेट किया जा सकता है।
2. हार्ड इन्क्वायरी पर असर : RBI के नए नियमों के तहत, अगर कोई बैंक या फाइनेंशियल संस्थान बार-बार आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करता है, तो इससे आपके स्कोर पर पहले की तुलना में अधिक असर हो सकता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं।
Cibil स्कोर घटने के अन्य कारण
1. लोन की समय पर चुकौती न करना: यह सबसे आम कारण है जिसके कारण Cibil स्कोर घटता है।
2. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो: अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का अधिकतम सीमा का उपयोग करते हैं, तो इससे भी स्कोर प्रभावित हो सकता है।
3. बार-बार लोन के लिए आवेदन करना: बार-बार आवेदन करने से स्कोर पर हार्ड इन्क्वायरी का असर पड़ता है।
4. लोन सेटलमेंट: लोन को सेटल करना भी स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
5. गैर-संयमित क्रेडिट कार्ड पेमेंट्स : समय पर क्रेडिट कार्ड का भुगतान न करना भी स्कोर को घटा सकता है।
अपने Cibil स्कोर को कैसे सुधारें?
1. लोन और क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करें: यह सबसे महत्वपूर्ण तरीका है अपने स्कोर को बेहतर बनाने का।
2. क्रेडिट कार्ड के उपयोग को नियंत्रित करें : क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो को नियंत्रित रखें।
3. बार-बार लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन से बचें : ऐसा करने से हार्ड इन्क्वायरी का असर आपके स्कोर पर पड़ता है।
4. Cibil स्कोर की नियमित निगरानी करें : आधिकारिक वेबसाइट या RBI द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान का इस्तेमाल करें।
इन सरल उपायों से आप अपने Cibil स्कोर को बेहतर कर सकते हैं और वित्तीय स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।