AIN NEWS 1 | पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में हुई एमबीबीएस छात्रा से गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। इस दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल तीनों से लगातार पूछताछ की जा रही है, जबकि पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
यह मामला पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर का है, जहां एक निजी मेडिकल कॉलेज की दूसरी वर्ष की छात्रा के साथ शुक्रवार देर रात गैंगरेप किया गया। पीड़िता मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली बताई जा रही है और मेडिकल की पढ़ाई के लिए दुर्गापुर आई थी।
सोशल मीडिया पर सक्रिय हुई पुलिस, दिया सख्त संदेश
पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (Twitter) पर पोस्ट जारी कर कहा कि वे इस घटना से बेहद व्यथित हैं और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
पुलिस ने यह भी कहा कि, “यह घटना जितनी ओडिशा की बेटी के साथ अन्याय है, उतनी ही हमारी भी शर्म है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस ने इस मामले को “सर्वोच्च प्राथमिकता” पर रखा है और लगातार छापेमारी अभियान चला रही है।
गिरफ्तारी कैसे हुई: पुलिस का बड़ा ऑपरेशन
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार रात घटना के बाद से ही पुलिस ने आस-पास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
दुर्गापुर के आसपास के जंगलों और सुनसान इलाकों में रातभर तलाशी अभियान चला। पुलिस ने मोबाइल नेटवर्क ट्रैकिंग की मदद से तीन संदिग्धों की लोकेशन ट्रेस की और उन्हें पकड़ लिया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि तीनों आरोपी कॉलेज के आस-पास ही रहते थे और घटना वाली रात नशे की हालत में थे। पुलिस ने उनके मोबाइल, कपड़े और घटनास्थल से मिले साक्ष्य जब्त कर लिए हैं।
इसके साथ ही पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के कुछ कर्मचारियों और उस रात छात्रा के साथ मौजूद दोस्तों से भी पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि पूरे घटनाक्रम की कड़ी से कड़ी जोड़ी जा सके।
पीड़िता की हालत में सुधार, पर सदमे में है परिवार
घटना के बाद पीड़िता को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता को गंभीर मानसिक सदमा पहुंचा है और फिलहाल उसे काउंसलिंग दी जा रही है।
पुलिस और जिला प्रशासन ने पीड़िता के परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है। राज्य महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस संवेदनशील मामले में कोई अफवाह या गलत जानकारी सोशल मीडिया पर न फैलाएं, क्योंकि इससे जांच प्रभावित हो सकती है।
बंगाल पुलिस का सख्त रुख: “जीरो टॉलरेंस” नीति
पश्चिम बंगाल पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार के अपराध को लेकर राज्य सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति है।
एक अधिकारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता पीड़िता को न्याय दिलाना और आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलवाना है। किसी भी आरोपी को राजनीतिक या सामाजिक प्रभाव के कारण संरक्षण नहीं मिलेगा।”
विपक्ष ने उठाए सवाल, शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर निशाना साधा
राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस घटना पर ममता बनर्जी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति बेहद खराब हो गई है।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से गैंगरेप और जलपाईगुड़ी के राजगंज में 13 साल की बच्ची से रेप – ये दोनों घटनाएं राज्य के हालात को उजागर करती हैं। सरकार ने कुछ समुदायों को संरक्षण देने की नीति बना रखी है, जिससे अपराधी बेखौफ हो गए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहेगा, तब तक राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं रह सकतीं।
राजगंज की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि वहां एक 13 वर्षीय लड़की, जो राजवंशी समुदाय से थी, उसके साथ भी दरिंदगी की गई। इस मामले में 61 वर्षीय दालिम मोहम्मद नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। शुभेंदु ने कहा कि ये घटनाएं बताती हैं कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस को पूरी स्वतंत्रता दी गई है कि वह हर दोषी को पकड़कर अदालत में पेश करे।
सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि, “महिलाओं के खिलाफ अपराध चाहे कोई भी करे, उसे सख्त सजा मिलेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद इस मामले की प्रगति पर नजर रख रही हैं।”
जनता में आक्रोश
दुर्गापुर और आसपास के इलाकों में इस घटना के बाद लोगों में भारी गुस्सा है। मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने भी कैंडल मार्च निकालकर आरोपी की गिरफ्तारी और पीड़िता को न्याय की मांग की।
सोशल मीडिया पर लोग लगातार सरकार और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की अपील कर रहे हैं।
दुर्गापुर की यह घटना न सिर्फ एक शहर या राज्य की शर्म है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि महिला सुरक्षा को लेकर संवेदनशीलता और सख्ती दोनों जरूरी हैं।
पुलिस की तेजी से की गई कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन असली न्याय तभी होगा जब आरोपी को कड़ी सजा मिले और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
अब सबकी निगाहें अदालत की कार्रवाई और पुलिस की अगली रिपोर्ट पर टिकी हैं।