AIN NEWS 1 कमचटका, रूस – जब धरती कांप रही हो, दीवारें डगमगा रही हों, खिड़कियां-दरवाजे चरमरा रहे हों और पूरा अस्पताल एक विशाल झूले की तरह हिल रहा हो, तब क्या कोई सर्जरी मुमकिन है? शायद अधिकतर लोग कहेंगे – “नहीं!” लेकिन रूस के कमचटका प्रायद्वीप में डॉक्टरों की एक टीम ने ऐसा कर दिखाया है जो किसी चमत्कार से कम नहीं।
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— 𝓢𝓲𝓭𝓭 𝓢𝓱𝓪𝓻𝓶𝓪 (@sidds2012) July 30, 2025
30 जुलाई 2025, रूस के कमचटका में आए 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के दौरान एक ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों की टीम एक गंभीर सर्जरी कर रही थी। तभी तेज़ झटके शुरू हो गए। अस्पताल की इमारत हिलने लगी, उपकरण डगमगाने लगे और चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लेकिन डॉक्टरों ने न तो धैर्य खोया, न ही अपने कर्तव्य से डिगे।
CCTV फुटेज में दिखा अद्भुत साहस
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि ऑपरेशन थिएटर में मौजूद डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भूकंप के झटकों के बीच एक-दूसरे का हाथ थामकर खुद को संभालते हुए भी सर्जरी को बिना रोके पूरा करते हैं। एक डॉक्टर ऑपरेटिंग टेबल को मजबूती से थामे हुए है ताकि मरीज को कोई नुकसान न हो, जबकि दूसरा उपकरणों के साथ ऑपरेशन जारी रखता है।
मरीज की सर्जरी हुई सफल
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि जिस मरीज की सर्जरी हो रही थी, उसकी हालत अब स्थिर है और वह पूरी तरह सुरक्षित है। यह केवल डॉक्टरों की बहादुरी और उनके प्रोफेशनलिज्म का ही नतीजा है कि इस संकट की घड़ी में भी जान बचाई जा सकी।
भूकंप के तुरंत बाद सुनामी का खतरा
भूकंप का केंद्र पेट्रोपाव्लोव्स्क-कामचत्स्की शहर से करीब 119 किलोमीटर दूर था। यह एक तटीय शहर है जहां करीब 1.8 लाख लोग रहते हैं। इतनी अधिक तीव्रता के झटकों के बाद समुद्र में सुनामी की लहरें उठीं, जिसने तटीय इलाकों को डरा दिया। कई घर बह गए, कारें पलट गईं और इमारतों को भी नुकसान पहुंचा।
भूकंप के बाद जारी हुई वैश्विक चेतावनियां
इस भीषण भूकंप के बाद सिर्फ रूस ही नहीं, बल्कि पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुनामी अलर्ट जारी कर दिया गया। चीन, जापान, पेरू, इक्वाडोर, अमेरिका (हवाई और अलास्का), ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, और अन्य द्वीप देशों में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया।
मेडिकल स्टाफ बना मानव श्रृंखला
वीडियो में यह भी देखा गया कि जैसे ही ऑपरेशन थिएटर हिलना शुरू हुआ, डॉक्टरों और नर्सों ने एक-दूसरे का सहारा देकर मानव श्रृंखला बना ली ताकि गिरने से बचा जा सके। इस दौरान भी उनका पूरा ध्यान मरीज पर केंद्रित रहा और किसी भी स्थिति में ऑपरेशन को बाधित नहीं होने दिया गया।
कर्मठता की मिसाल बनी टीम
इस घटना ने पूरे चिकित्सा जगत को प्रेरित किया है। ऐसी स्थिति में जहां आम लोग जान बचाने के लिए बाहर भागने लगते हैं, वहां इन डॉक्टरों ने अपनी जिम्मेदारी को पहले रखा। उनकी इसी निष्ठा ने न केवल एक जान बचाई, बल्कि एक पेशे की सच्ची तस्वीर भी दुनिया के सामने पेश की।
जनता को किया गया सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट
कमचटका और आसपास के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को तुरंत उच्च स्थानों या सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया। प्रशासन ने राहत कार्यों को तुरंत शुरू कर दिया और सेना, आपदा प्रबंधन बल और स्थानीय पुलिस को सक्रिय कर दिया गया।
भविष्य की तैयारी पर ज़ोर
इस घटना ने फिर से दिखाया कि भूकंप या सुनामी जैसे प्राकृतिक आपदाओं के समय तत्काल निर्णय और सही प्रशिक्षण कितने जरूरी होते हैं। यदि यह मेडिकल टीम प्रशिक्षित और मानसिक रूप से तैयार न होती, तो यह सर्जरी संभव नहीं हो पाती।
A viral CCTV video from a hospital in Kamchatka, Russia, captures the heroic moment when doctors performed a life-saving surgery during the 8.8 magnitude earthquake. Despite tremors shaking the hospital building, the medical team remained calm and completed the operation successfully. The Russia earthquake has triggered tsunami warnings across China, Japan, the U.S., and other Pacific nations. The brave act of these doctors has inspired global praise and raised awareness about emergency medical readiness during natural disasters.