AIN NEWS 1: दिल्ली पुलिस ने एक बड़ा ऑपरेशन करते हुए अवैध हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। हैरान करने वाली बात यह है कि इन आरोपियों में एक इंजीनियर भी शामिल है, जो नोएडा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता था। इस गिरोह के सदस्य दिल्ली और आसपास के इलाकों में हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहे थे।
आरोपियों की पहचान
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में मध्य प्रदेश के 46 वर्षीय राजेश चौबे, उत्तर प्रदेश के 35 वर्षीय अविरल शर्मा, और राजस्थान के 42 वर्षीय जितेन्द्र सिंह शामिल हैं। यह तीनों आरोपी हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कर रहे थे।
गिरोह के मुख्य सदस्य की गिरफ्तारी
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि राजेश चौबे के बारे में 28 नवंबर को सूचना मिली थी कि वह रोहिणी के सेक्टर-18 मेट्रो स्टेशन के पास अवैध हथियारों की बड़ी खेप लेकर आ रहा है। पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया। उसके पास से 5 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और 200 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
पूछताछ में राजेश ने बताया कि उसने मध्य प्रदेश के एक सप्लायर से हथियार और उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले अविरल शर्मा से गोला-बारूद खरीदा था। राजेश ने इन हथियारों को दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आपूर्ति करने का प्लान किया था।
अविरल शर्मा और जितेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी
राजेश की निशानदेही पर पुलिस ने 30 नवंबर को अविरल शर्मा को आगरा से गिरफ्तार किया, और उसके पास से 50 जिंदा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ के दौरान अविरल ने खुलासा किया कि उसने राजस्थान के जितेन्द्र सिंह को भी गोला-बारूद की आपूर्ति की थी। इसके बाद, 2 दिसंबर को पुलिस ने जितेन्द्र को धौलपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया। उसके पास से 25 जिंदा कारतूस मिले।
गिरोह की पिछली गतिविधियाँ
पुलिस ने बताया कि राजेश 2013 से अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल था। उसने मध्य प्रदेश के एक सप्लायर से हथियार खरीदे थे और इन्हें दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में सप्लाई किया था। पुलिस के अनुसार, वह पहले भी एक आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार हो चुका था।
वहीं, जितेन्द्र सिंह के खिलाफ राजस्थान में डकैती, हत्या का प्रयास, लूट और जबरन वसूली जैसे कई जघन्य अपराधों के मामले दर्ज हैं। वह पहले भी 10 आपराधिक मामलों में शामिल रहा था और 2019 में एक आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार हो चुका था।
पुलिस की सफलता
दिल्ली पुलिस ने इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है और एक बड़े अवैध हथियार सप्लाई नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सभी सदस्य गंभीर आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं, और उनकी गिरफ्तारी से दिल्ली और आसपास के इलाकों में अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी।