AIN NEWS 1 |महाकुंभ 2025 के स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं का भारी हुजूम अब भी जारी है। शुक्रवार देर रात बक्सर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों में चढ़ने के लिए जबरदस्त अफरा-तफरी मची रही। AC कोच तक में हाल जनरल बोगी जैसा हो गया, जहां यात्रियों को ठसाठस भरा गया। स्थिति इतनी भयावह थी कि ट्रेन के शौचालयों तक में लोग खड़े दिखे।
रेल प्रशासन इस भीड़ को नियंत्रित करने में जुटा रहा, लेकिन हालात बेकाबू दिखे। स्टेशन पर बिना टिकट यात्रियों की जांच भी की गई, लेकिन श्रद्धालुओं के बढ़ते दबाव के आगे व्यवस्था चरमराती दिखी।
धक्का-मुक्की और बाथरूम में यात्रा करने को मजबूर यात्री
प्रयागराज जाने वाली ट्रेनें पहले से हजारों यात्रियों से भरी थीं, लेकिन बक्सर स्टेशन पर और भी श्रद्धालु ट्रेन में चढ़ने के लिए संघर्ष करते नजर आए। यात्रियों को धक्का-मुक्की करते देखा गया।
बाथरूम में यात्रा कर रही नीतू देवी ने बताया कि भीड़ के कारण हमें मजबूर होकर शौचालय में खड़ा होना पड़ा। वहीं, एक अन्य यात्री ने कहा कि रिजर्वेशन होने के बावजूद भी हमें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। साहिबगंज से यात्रा कर रही एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि हम 10-15 लोग साथ में हैं, लेकिन इस भीड़ में सफर करना बेहद कठिन हो गया है।
रेलवे प्रशासन का बयान – “लोग मानने को तैयार नहीं”
आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर विजेंद्र मुआल ने कहा कि हम बार-बार यात्रियों को समझा रहे हैं कि सिर्फ रिजर्वेशन वाले यात्री ही AC बोगी में चढ़ें, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं। हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है, लेकिन हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
दिल्ली जाने वाले अवधेश पांडे ने बताया कि रिजर्वेशन मिलना नामुमकिन हो गया है, लेकिन हमें जरूरी काम से जाना है, इसलिए जनरल टिकट लेकर किसी भी तरह सफर करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से इस अव्यवस्था को ठीक करने की अपील की।
भीड़ से रेलवे और यात्री दोनों परेशान
यात्रियों की भारी भीड़ के कारण रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। स्थानीय कुली धीरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि यात्रियों की भारी भीड़ के बावजूद उनकी कमाई बहुत कम हो गई है, क्योंकि लोग ज्यादा सामान नहीं ले जा रहे हैं।
रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कुछ उपाय किए हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। श्रद्धालुओं का बढ़ता दबाव प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बना हुआ है और अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो किसी अप्रिय घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।