AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में देश की राजनीति और विकास को लेकर महत्वपूर्ण विचार साझा किए हैं। उनका कहना है कि विभाजनकारी राजनीति को पीछे छोड़ते हुए हमें राष्ट्रवाद की भावना के आधार पर देश के विकास की दिशा में आगे बढ़ना होगा। उनका मुख्य उद्देश्य ‘विकसित भारत’ का सपना साकार करना है, जो केवल एक समृद्ध और आत्मनिर्भर देश की परिकल्पना को नहीं दर्शाता, बल्कि हमारे समाज के हर तबके के लिए अवसरों और समृद्धि की राह खोलता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश को विभिन्न राजनीति और सामाजिक विभाजनों से ऊपर उठकर एक संयुक्त दृष्टिकोण अपनाना होगा। उनका मानना है कि जब हम सब मिलकर काम करेंगे और एकजुट रहेंगे, तभी हम ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा कर सकेंगे। यह सपना केवल एक आर्थिक लक्ष्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सामाजिक और सांस्कृतिक विकास भी शामिल है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण केवल तब संभव है जब हर नागरिक को समान अवसर मिले और सभी के बीच भेदभाव खत्म हो। इस दृष्टिकोण के तहत, उनकी सरकार ने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत की है जो समाज के विभिन्न वर्गों के लाभ के लिए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें खुद को और देश को एक नई दिशा में ले जाने की जरूरत है, जिसमें राष्ट्रवाद और समरसता को प्राथमिकता दी जाए। इसका मतलब यह है कि हमें व्यक्तिगत या क्षेत्रीय लाभ से ऊपर उठकर, देश की भलाई और विकास के लिए काम करना होगा।
उनका संदेश स्पष्ट है: जब हम विभाजनकारी राजनीति और आपसी मतभेदों को छोड़कर, एक साझा उद्देश्य के तहत काम करेंगे, तभी हम एक सशक्त और विकसित भारत की दिशा में कदम बढ़ा सकेंगे। यह सिर्फ नेताओं का काम नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी भी है कि वे इस सपने को साकार करने में अपनी भूमिका निभाएं।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि एकता और समरसता के माध्यम से ही हम सभी चुनौतियों को पार कर सकते हैं और ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार कर सकते हैं। इसके लिए हमें निरंतर प्रयास और एकजुटता की आवश्यकता है, ताकि हम एक ऐसा भारत बना सकें जो दुनिया में एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर सके।