AIN NEWS 1: आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र में एक नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। यहां पर पतंजलि, अमूल जैसे 18 बड़े ब्रांड के नाम का इस्तेमाल करके नकली घी पैक किया जाता था। यह घी यूपी, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में सप्लाई किया जाता था। फैक्ट्री में यूरिया, पॉम ऑयल और परफ्यूम जैसे खतरनाक सामग्री का उपयोग किया जाता था, जो सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। पुलिस ने फैक्ट्री से लगभग 2500 किलो रॉ मटेरियल और नकली घी बरामद किया है। खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और डिब्बों के सैंपल लिए जा रहे हैं। कई कंपनियों के नाम के स्टिकर भी वहां मिले हैं। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें फैक्ट्री का मैनेजर भी शामिल है। सभी के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं, और अब पुलिस यह जांच रही है कि इस कंपनी का कितना बड़ा ट्रांजैक्शन था और हर महीने कितनी सप्लाई की जाती थी।
नकली घी बनाने का तरीका
फैक्ट्री में काम करने वाले एक कारीगर ने बताया कि घी बनाने में वनस्पति घी, पॉम ऑयल, एसेंस और यूरिया मिलाया जाता था। इन सबको एक बड़े कंटेनर में उबालकर 15 लीटर के टीन में भर दिया जाता था। जैसे ही किसी ग्राहक का ऑर्डर आता, उसी के हिसाब से इन टीनों पर लेबल चिपका दिए जाते थे। एक किलो नकली घी बनाने में लगभग 175 रुपये खर्च होते थे, जबकि इसे बाजार में 650 रुपये प्रति किलो बेचा जाता था। वहीं, बाजार में पतंजलि का घी 665 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
फैक्ट्री की जांच और गिरफ्तारियां
फैक्ट्री का नाम ‘श्याम एग्रो’ था और यह रजिस्टर्ड भी इसी नाम से था। पुलिस ने यहां से तीन गोदामों को सील किया है। पहले गोदाम में नकली घी बनता था, दूसरे में रॉ मटेरियल रखा था और तीसरे में तैयार घी को रखा जाता था। फैक्ट्री के मालिक का नाम नीरज अग्रवाल है, और यह फैक्ट्री श्याम एग्रो के नाम से रजिस्टर्ड है। फैक्ट्री से रिफाइंड, पाम ऑयल, वनस्पति तेल, यूरिया और घी का एसेंस (परफ्यूम) बरामद हुआ है। ये सभी चीजें नकली घी बनाने में इस्तेमाल होती थीं। पुलिस ने फैक्ट्री के मैनेजर से पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि पहले टीनों पर स्टिकर नहीं लगाए जाते थे, लेकिन जब ऑर्डर मिलता, तो उसी के हिसाब से स्टिकर चिपका दिए जाते थे।
नकली घी की सप्लाई की जानकारी
फैक्ट्री से मिले दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ कि नकली घी को कई शहरों में सप्लाई किया जाता था, जिनमें मेरठ, जयपुर, प्रयागराज, वाराणसी, सिरसा (हरियाणा), लखीमपुर, पूर्णिया (बिहार), आगरा, गाजीपुर, बिजनौर के नजीबाबाद, रुद्रपुर, जम्मू और पारसपुर जैसे स्थान शामिल हैं। पुलिस ने जानकारी मिलने पर एक ट्रक को भी पकड़ लिया, जिसमें 50 टीन नकली घी मेरठ भेजे जा रहे थे।
यह कार्रवाई खाद्य विभाग और पुलिस की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो अब इस मामले की गहरी जांच कर रही है ताकि नकली घी के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके।