Fake Inspector Caught in Vrindavan Extorting Money in Police Uniform
वृंदावन में फर्जी इंस्पेक्टर का पर्दाफाश, आलीशान अपार्टमेंट में रहता था और लोगों से वसूली करता था
AIN NEWS 1: मथुरा के वृंदावन में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक पिछले छह महीनों से पुलिस की खाकी वर्दी पहनकर खुद को ‘इंस्पेक्टर’ बताकर लोगों को धमका रहा था और उनसे जबरन पैसे वसूलता था। आरोपी का नाम सचिन शर्मा है, जो असल में पुलिसकर्मी नहीं बल्कि एक ठग निकला। वह वृंदावन में एक गेस्ट हाउस भी चलाता था और ओमैक्स सोसाइटी के महंगे अपार्टमेंट में रह रहा था।
सोशल मीडिया की पोस्ट से खुली पोल
इस फर्जी इंस्पेक्टर का भांडा तब फूटा जब एक युवक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पहले ट्विटर) पर पोस्ट डालकर शिकायत की। युवक ने बताया कि एक आदमी पिछले कई महीनों से पुलिस की वर्दी में घूम रहा है, लोगों को धमका रहा है और उनसे पैसे वसूल रहा है। इस शिकायत पर मथुरा पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और ओमैक्स चौकी प्रभारी अमित कुमार को जांच सौंपी।
मुखबिर की सूचना से मिली कामयाबी
पुलिस को सोमवार को सूचना मिली कि आरोपी रुक्मणि विहार गोल चक्कर के पास देखा गया है। मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी सचिन शर्मा को पुलिस वर्दी में ही धर दबोचा। पुलिस ने उसके पास से 3 स्टार लगी खाकी वर्दी, बेल्ट, जूते और मोनोग्राम बरामद किए हैं।
आरोपी का बैकग्राउंड
पुलिस जांच में सामने आया है कि सचिन शर्मा मूल रूप से अलीगढ़ जिले के बमौरा थाना क्षेत्र का निवासी है। वह लंबे समय से वृंदावन में रह रहा था और ओमैक्स सोसाइटी के फूल मून ए टॉवर में आलीशान अपार्टमेंट में रहकर ठाठ से जीवन बिता रहा था। साथ ही, वह एक गेस्ट हाउस भी चला रहा था। इसी दौरान उसने पुलिस वर्दी पहनकर लोगों को डरा-धमकाकर पैसे ऐंठने का काम शुरू कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया केस
वृंदावन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। अब उससे पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसने और किन-किन लोगों से ठगी की है।
ओमैक्स चौकी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि आरोपी को मौके पर वर्दी में ही पकड़ा गया, जिससे साफ है कि वह लंबे समय से यह धोखाधड़ी कर रहा था। पुलिस इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार के निर्देशन में जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
जांच में और खुलासों की संभावना
पुलिस को संदेह है कि आरोपी ने अकेले नहीं, बल्कि किसी गिरोह के साथ मिलकर यह काम किया होगा। उसके संपर्कों की जांच की जा रही है और उसके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल और दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि उसने वर्दी और अन्य सामान कहां से प्राप्त किए।
लोगों में था डर और भ्रम
चूंकि वह वर्दी में रहता था और लोगों को धमकाकर पैसे लेता था, स्थानीय लोगों में उसके प्रति भय का माहौल बन गया था। कई लोगों को संदेह था, लेकिन पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं हो रही थी। सोशल मीडिया की पोस्ट ने साहस दिया और एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
In a shocking case from Vrindavan, Mathura, a fake police inspector named Sachin Sharma was arrested for wearing a police uniform with three stars and extorting money from locals. Posing as an officer, he ran a guest house and lived in a luxury apartment in Omaxe Society. The arrest was made after a social media post went viral. UP Police recovered fake police gear including uniform, shoes, and belt. This case highlights rising incidents of impersonation, fraud in Vrindavan, and misuse of police identity.