गाजियाबाद में आर्य समाज मंदिरों द्वारा कराए गए फर्जी विवाहों का बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि बिना किसी मान्यता के पांच आर्य समाज मंदिर ट्रस्टों ने बीते पांच वर्षों में लगभग 20,000 शादी कराईं और उनके लिए फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए। पुलिस ने इस मामले में 20 से अधिक लोगों को आरोपित बनाया है और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
पिछले साल अक्टूबर में गाजियाबाद पुलिस ने पांच आर्य समाज मंदिर ट्रस्टों की जांच की और वहां हो रही अवैध शादियों का पर्दाफाश किया। शासन के निर्देश पर की गई इस जांच में पाया गया कि ये मंदिर बिना किसी आधिकारिक मान्यता के विवाह संपन्न कर रहे थे।
कैसे होती थी फर्जी शादियां?
- घर से भागे प्रेमी युगलों की शादी – आर्य समाज मंदिरों में अक्सर वे जोड़े आते हैं जो घर से भागकर शादी करना चाहते हैं।
- फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल – अगर दंपति में से कोई नाबालिग होता था, तो दलाल फर्जी आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र तैयार करवा देते थे।
- गवाहों की मिलीभगत – कई मामलों में एक ही व्यक्ति कई शादियों में गवाह बना। पुलिस ने फर्जी गवाहों को भी दलाल माना है।
- शादी की रजिस्ट्री – कई मामलों में शादी के प्रमाण पत्र को रजिस्ट्रार कार्यालय में भी पंजीकृत कराया गया ताकि इसे कानूनी मान्यता मिल सके।
SIT जांच में क्या सामने आया?
- बिना मान्यता 20,000 से ज्यादा शादियां कराई गईं।
- शादी प्रमाण पत्र जारी कर अवैध रूप से दंपति को वैधता दी गई।
- फर्जी आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया गया।
- गवाहों के आधार कार्ड फर्जी पाए गए।
- 5,000 रुपये से 20,000 रुपये तक वसूले गए।
20 से अधिक आरोपितों पर चार्जशीट दाखिल होगी
गाजियाबाद पुलिस ने जांच में शामिल 20 से अधिक लोगों को आरोपित बनाया है। पुलिस का मानना है कि ये सभी लोग दलाल हैं जो दस्तावेजों की हेराफेरी कर शादी करवाने में मदद करते थे। इन सभी के खिलाफ जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
पहले भी हो चुका है ऐसा फर्जीवाड़ा
- दिसंबर 2020: कविनगर थाना क्षेत्र में एक आर्य समाज मंदिर पर मुस्लिम युवक और हिंदू युवती की शादी कराने का आरोप लगा था।
- 2022: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने एक फर्जी विवाह को लेकर संदेह जताया था।
जिन मंदिरों पर FIR दर्ज हुई:
- आर्य समाज विवाह मंदिर ट्रस्ट, कविनगर
- आर्य समाज मंदिर मॉडल टाउन ट्रस्ट
- आर्य समाज वैदिक संस्कार मंदिर, मॉडल टाउन
- वैदिक समाज कल्याण समिति, विजय नगर
- आर्य समाज मंदिर, बृजनगरी, नंदग्राम
सरकार और पुलिस की कार्रवाई
इस मामले में शासन ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने सभी संदिग्ध गवाहों और दलालों को चिन्हित कर लिया है और जल्द ही पूरी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। इस घोटाले में शामिल मंदिरों के ट्रस्ट प्रबंधकों और संचालकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
गाजियाबाद में हुआ यह फर्जी विवाह घोटाला देशभर के लिए चेतावनी है कि किस तरह अवैध दस्तावेजों और बिचौलियों की मदद से कानून को ठगा जा रहा है। SIT जांच में इस घोटाले का खुलासा होने के बाद पुलिस अब इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने की तैयारी में है।
A massive fake marriage racket in Ghaziabad has been exposed, where Arya Samaj temples conducted 20,000 illegal weddings in the last five years. The SIT investigation revealed that these marriages were performed without proper authorization, and fake marriage certificates were issued. Over 20 people have been charged, and a chargesheet will be filed soon. The scam involved brokers, fake witnesses, and forged documents, enabling minors and eloping couples to get married illegally. Ghaziabad police crackdown on the scam is ongoing, making it one of the biggest marriage fraud cases in India.