Fake RTO Officer Arrested in Ghaziabad for Online Challan Fraud by Delhi Police
गाजियाबाद में फर्जी RTO अधिकारी बनकर करता था ठगी, दिल्ली पुलिस ने दबोचा
AIN NEWS 1: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो खुद को आरटीओ (RTO) अधिकारी बताकर वाहन मालिकों से ऑनलाइन चालान के नाम पर ठगी कर रहा था। आरोपी की पहचान आशीष शर्मा के रूप में हुई है, जो गाजियाबाद का रहने वाला है।
कैसे करता था ठगी?
आरोपी आशीष शर्मा पहले गाजियाबाद के आरटीओ कार्यालय में एक निजी एजेंट के रूप में काम करता था। वहां उसे पुरानी वाहन पंजीकरण फाइलों तक पहुंच थी। इसी जानकारी का फायदा उठाकर उसने वाहन मालिकों से संपर्क साधा और चालान भरने के नाम पर पैसे ऐंठे।
वह खुद को आरटीओ अधिकारी बताकर वाहन मालिकों से फोन पर बात करता था और कहता था कि उनके वाहन पर भारी जुर्माना बकाया है। वह तुरंत चालान भरने के लिए दबाव बनाता था और एक ऑनलाइन लिंक भेजता था, जिस पर पीड़ित चालान समझकर पैसे ट्रांसफर कर देते थे।
तकनीक का इस्तेमाल
इस ठगी को अंजाम देने के लिए आशीष ने तकनीकी माध्यमों का खूब इस्तेमाल किया। वह एक ऑनलाइन ऐप के जरिए वाहन मालिकों की जानकारी निकालता था। इसके बाद वह अपनी कॉलिंग प्रोफाइल में पुलिस का लोगो और अधिकारी की तस्वीर लगाकर खुद को अधिक प्रभावशाली दिखाता था।
मामला कैसे उजागर हुआ?
एक पीड़ित ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी कि उससे चालान के नाम पर 12,500 रुपये ऐंठ लिए गए। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। बैंक ट्रांजैक्शन और कॉल रिकॉर्ड की मदद से आरोपी का पता लगाया गया और गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या मिला आरोपी के पास से?
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन, जिनका इस्तेमाल वह ठगी के लिए करता था, और कई बैंक खातों से जुड़ी किट बरामद की हैं। इन खातों का इस्तेमाल वह ठगी की रकम प्राप्त करने के लिए करता था।
दूसरा मामला मुरादनगर से
इस बीच गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र की इंद्रापुरी कॉलोनी से भी एक और ठगी का मामला सामने आया है। वहां के निवासी आसिफ ने पुलिस को बताया कि उसकी एक व्यक्ति से एक ऐप के जरिए जान-पहचान हुई। उस व्यक्ति ने बिजनेस में फायदा दिलाने का झांसा दिया और एक लिंक भेजकर 35,000 रुपये ऐंठ लिए। अब वह व्यक्ति मोबाइल बंद करके फरार है। इस मामले में भी पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस तरह के मामलों में सतर्क रहें। कोई भी व्यक्ति अगर खुद को अधिकारी बताकर चालान भरने का दबाव बनाए तो उसकी पहचान की पुष्टि करें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी रकम का ऑनलाइन भुगतान करने से पहले पुलिस या संबंधित विभाग से संपर्क कर जानकारी लें।
A fake RTO officer was arrested in Ghaziabad by the Delhi Police for running an online challan fraud targeting vehicle owners. The fraudster used fake government profiles, accessed registration data, and posed as a Regional Transport Office (RTO) official to demand payments via digital platforms. This cyber crime highlights the rising number of online frauds in India involving fake officials and financial scams. Stay informed about RTO scams and Delhi Police actions to protect yourself from such deceptive tactics.



















