AIN NEWS 1 प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश सरकार ने परिवारों को सरकारी योजनाओं से आसानी से जोड़ने के लिए फैमिली आइडी कार्ड योजना शुरू की है। यह योजना खासतौर पर उन परिवारों के लिए फायदेमंद है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। फैमिली आइडी कार्ड 12 अंकों का होगा, जिसमें पूरे परिवार का विवरण दर्ज रहेगा।
योजना का उद्देश्य
फैमिली आइडी कार्ड के जरिए पात्र परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी परेशानी के दिया जाएगा। यह कार्ड परिवार की पहचान और योजनाओं तक सीधी पहुंच का माध्यम बनेगा। इस योजना के तहत ग्राम पंचायतों के सचिवों और पंचायत सहायकों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे सभी परिवारों का पंजीकरण सुनिश्चित करें।
किन्हें मिलेगा लाभ?
योजना में खास प्राथमिकता उन लोगों को दी जा रही है, जो पहले से सरकारी योजनाओं के लाभार्थी हैं, जैसे:
दिव्यांग
विधवा
पेंशनधारी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी
राशन कार्ड न रखने वाले परिवार भी इस योजना में पंजीकरण करा सकते हैं।
फैमिली आइडी कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?
1. ऑनलाइन पंजीकरण:
फैमिली आइडी कार्ड के लिए आवेदन ऑनलाइन किया जा सकता है।
पंजीकरण के लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर अनिवार्य है।
आवेदन के दौरान परिवार का पूरा विवरण भरना होगा।
2. ग्रामीण स्तर पर आवेदन:
जिनके पास इंटरनेट सुविधा नहीं है, वे ग्राम सचिव या पंचायत सहायक से संपर्क कर सकते हैं।
पंचायत सचिवों को हर दिन पंजीकरण और सत्यापन का लक्ष्य दिया गया है।
योजना की वर्तमान स्थिति
नवंबर से इस योजना के तहत फैमिली आइडी कार्ड बनाना शुरू हो गया है।
अब तक 200 से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं।
जिले में 1,148 ग्राम पंचायतें हैं, जहां 197 सचिव और 1,024 पंचायत सहायक इस कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
योजना की खास बातें
डाटाबेस तैयार: फैमिली आइडी योजना के तहत सभी परिवारों का लाइव डाटाबेस तैयार किया जा रहा है।
सहूलियत: इस कार्ड के जरिए लाभार्थी सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे प्राप्त कर सकेंगे।
जनपद का लक्ष्य: जनपद में 25 लाख की आबादी को शामिल करने के लिए 17 ब्लॉकों में बीडीओ और पंचायत सचिव तैनात किए गए हैं।
नोडल अधिकारी का बयान
जिला पंचायत राज अधिकारी श्रीकांत दर्वे ने बताया कि फैमिली आइडी योजना की मॉनिटरिंग नियमित रूप से की जा रही है। सभी सचिवों को समयबद्ध तरीके से पंजीकरण और सत्यापन का निर्देश दिया गया है।
निष्कर्ष:
यूपी सरकार की यह योजना परिवारों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने में एक बड़ी सफलता साबित हो सकती है। राशन कार्ड के अभाव में अब कोई परिवार योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहेगा।