AIN NEWS 1 | गुजरात के नडियाद के उत्तर्संडा गांव से एक ऐसी मार्मिक घटना सामने आई है जिसने हर किसी की आंखें नम कर दी हैं। इस घटना में एक पिता ने अपने बेटे की अंतिम इच्छा और उसके प्रेम को सम्मान देते हुए कुछ ऐसा किया, जो बहुत कम देखने को मिलता है।
🧑🎓 बेटा जो बाइक से करता था बेइंतहा प्यार
यह कहानी है 18 वर्षीय क्रिश परमार की, जो अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उसने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास की थी और BCA की पढ़ाई शुरू करने वाला था। क्रिश को बाइक चलाने का बेहद शौक था। उसके पास बाइक के अलावा घर में कार भी थी, लेकिन वह हमेशा बाइक से ही सफर करता था। बाइक उसके जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी थी।
📅 26 मई की रात हुआ हादसा
26 मई 2025 को क्रिश आणंद स्थित कॉलेज में रजिस्ट्रेशन कराने गया था। रजिस्ट्रेशन के बाद जब वह रात लगभग 8 बजे अपने घर लौट रहा था, तभी रास्ते में उसकी बाइक एक ट्रैक्टर ट्रॉली से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि क्रिश को सिर और शरीर में गंभीर चोटें आईं।
🏥 12 दिन तक चली ज़िंदगी और मौत की जंग
हादसे के बाद उसे तुरंत लांभवेल रोड स्थित एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन क्रिश 12 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जूझता रहा। अंततः 7 जून की सुबह उसने अंतिम सांस ली। बेटे की मौत की खबर ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया।
⚰️ बेटे की अंतिम विदाई बनी भावनाओं की मिसाल
क्रिश की मौत के बाद जब अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी, तब उसके पिता संजयभाई परमार ने एक ऐसा निर्णय लिया जो हर किसी को भावुक कर गया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा बाइक से बेहद प्यार करता था और बाइक उसके जीवन का अभिन्न हिस्सा थी। इसलिए उन्होंने बेटे की पसंद का सम्मान करते हुए, उसे उसकी प्रिय बाइक के साथ ही दफनाने का निर्णय लिया।
🪦 कब्र में साथ रखी गई बाइक, जूते और चश्मा
क्रिश की कब्र में सिर्फ उसका शरीर नहीं, बल्कि उसके जीवन की वो तमाम चीज़ें भी रखी गईं जिनसे वह गहरा जुड़ा था। उसके जूते, चश्मा, कपड़े और सबसे खास उसकी बाइक भी साथ रखी गई। यह मंजर इतना भावुक था कि वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें भर आईं।
👨👩👧 पिता बोले- “बेटे की पसंद उसकी कब्र तक साथ रहे”
क्रिश के पिता संजयभाई ने बताया, “हमारे पास कार भी थी, लेकिन क्रिश सिर्फ बाइक ही चलाता था। उसे बाइक से खास लगाव था। जब वह घर से निकलता था तो घंटों तक बाइक साफ करता था। अब जब वह हमारे बीच नहीं रहा, तो हम चाहते थे कि उसकी सबसे प्रिय चीजें मरने के बाद भी उसके साथ रहें।”
🤝 गांववालों और रिश्तेदारों की भावुक प्रतिक्रिया
इस अनोखे और भावुक अंतिम संस्कार को देखकर गांव के लोग और रिश्तेदार भी भाव-विह्वल हो गए। लोगों ने कहा कि उन्होंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा। कुछ लोगों ने बताया कि यह एक बेटे के प्रति उसके परिवार के सच्चे प्रेम और सम्मान की निशानी है।
💔 क्रिश की कहानी बन गई उदाहरण
क्रिश परमार की यह दुखद और मार्मिक कहानी अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इस घटना को पढ़कर भावुक हो रहे हैं और पिता के इस फैसले की सराहना कर रहे हैं। कुछ लोग इसे बेटे के प्रति बेमिसाल प्रेम की मिसाल बता रहे हैं तो कुछ इसे एक ऐसी विदाई जो कभी भुलाई नहीं जा सकती।
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि प्यार केवल जीवन तक सीमित नहीं होता, बल्कि मृत्यु के बाद भी उसकी गूंज रह जाती है। एक पिता ने अपने बेटे की पसंद को इतना सम्मान दिया कि उसे उसकी सबसे प्रिय चीज के साथ अंतिम विदाई दी। यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि किसी की भावनाओं को समझकर लिया गया निर्णय कितना गहरा असर छोड़ सकता है।
In a heart-touching incident from Nadiad, Gujarat, 18-year-old Krish Parmar tragically lost his life in a road accident. Deeply attached to his motorbike, Krish was buried along with his beloved bike by his grieving father. This unique and emotional funeral has moved people across India and highlights the strong bond between a father and son. The news of this Gujarat road accident and Krish Parmar’s bike burial has spread widely, resonating as a symbol of love, loss, and passion.