AIN NEWS 1: अमेरिकी रक्षा विभाग और संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के शोधकर्ताओं ने कोविड-19 वायरस के उत्पत्ति को लेकर एक बड़ी खोज की है। रिपोर्ट के अनुसार, इन शोधकर्ताओं ने मजबूत सबूत जुटाए हैं, जिनसे यह साबित होता है कि कोविड-19 वायरस चीन के वुहान शहर में स्थित एक लैब से फैला था। हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि इन निष्कर्षों के बारे में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को अगस्त 2021 तक जानकारी नहीं दी गई थी।
एफबीआई और अमेरिकी रक्षा विभाग के निष्कर्ष
रिपोर्ट के मुताबिक, एफबीआई और अमेरिकी रक्षा विभाग के शोधकर्ताओं ने वुहान स्थित एक लैब से कोविड-19 वायरस के फैलने के प्रमाण पाए थे। यह जानकारी विभिन्न वैज्ञानिक और खुफिया जांचों के आधार पर सामने आई। इन निष्कर्षों से यह सिद्ध होता है कि वायरस का उत्पत्ति प्राकृतिक स्रोत से नहीं बल्कि प्रयोगशाला से हुई थी।
बाइडन को जानकारी क्यों नहीं दी गई?
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन निष्कर्षों के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को अगस्त 2021 तक इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। ऐसा क्यों हुआ, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि राजनीतिक और कूटनीतिक कारणों से इस जानकारी को गुप्त रखा गया था। इससे यह सवाल उठता है कि जब इतने महत्वपूर्ण सबूत थे, तो प्रशासन ने इसे सार्वजनिक करने में इतना समय क्यों लिया।
अमेरिका में बहस का विषय
यह मामला अमेरिका में एक बड़ी बहस का कारण बन चुका है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इस जानकारी को जल्दी साझा किया जाता तो कोरोना महामारी से निपटने के लिए बेहतर रणनीतियाँ बनाई जा सकती थीं। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि इसे जल्दबाजी में सार्वजनिक करना एक राजनीतिक मुद्दा बन सकता था, जो अंतरराष्ट्रीय रिश्तों को प्रभावित कर सकता था।
वैज्ञानिक समुदाय की राय
वैज्ञानिक समुदाय में भी इस विषय पर मिलीजुली राय है। कुछ वैज्ञानिक इसे एक प्रयोगशाला से फैलने का संभावना मानते हैं, जबकि कुछ प्राकृतिक स्रोतों से वायरस के फैलने की थ्योरी को प्राथमिकता देते हैं। हालांकि, अब तक किसी भी थ्योरी को पूरी तरह से साबित नहीं किया जा सका है।
इस रिपोर्ट ने एक बार फिर से कोविड-19 के उत्पत्ति को लेकर सवालों के घेरे में लाकर दुनिया भर में चर्चा शुरू कर दी है। क्या कोविड-19 वाकई एक प्रयोगशाला से फैला था, या यह प्रकृति का ही परिणाम था? इसका जवाब अब तक साफ नहीं है, लेकिन जांच जारी है।