AIN NEWS 1: फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल, शिवांकिता दीक्षित, साइबर अपराधियों के शिकार बन गईं। एक दिन उन्हें एक फोन कॉल आया, जिसमें खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाले शख्स ने उन्हें धमकी दी कि उनका नाम एक गंभीर मामले में जुड़ा हुआ है। इस कॉल ने शिवांकिता के होश उड़ा दिए।
सीबीआई अधिकारी ने उन्हें बताया कि वे एक जांच के तहत पकड़ने वाले हैं और तुरंत पुलिस कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। उसे डर दिखाते हुए उसने कहा कि अगर उन्होंने तुरंत रुपये नहीं दिए, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस धमकी के बाद शिवांकिता ने घबराकर बिना सोचे-समझे अपनी रकम देना शुरू कर दिया।
साइबर अपराधियों ने उन्हें विश्वास दिलाने के लिए कॉल के दौरान एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था, जिससे यह अहसास हुआ कि वह वाकई सीबीआई से जुड़ा हुआ व्यक्ति है। इसके बाद उन्हें बताया गया कि उन्हें ‘डिजिटल अरेस्ट’ किया जाएगा, यानी कि उनका बैंक खाता और अन्य डिजिटल संपत्तियां फ्रीज़ कर दी जाएंगी।
इस दौरान, शिवांकिता ने उनकी बातों को सच मान लिया और खुद को बचाने के लिए लगभग 99,000 रुपये की रकम उन्हें ट्रांसफर कर दी। अपराधी ने इस प्रक्रिया को दो घंटे तक जारी रखा, जिससे वह पूरी तरह से मानसिक रूप से थक गईं और उनकी समझने की क्षमता कमजोर हो गई।
काफी समय तक परेशान होने के बाद, शिवांकिता ने अपने परिवार और दोस्तों से मदद ली। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम के मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश कर रही है।
यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी जटिल और डरावनी धमकियों के जरिए वे लोगों को धोखा दे रहे हैं। शिवांकिता दीक्षित की तरह कई लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं, जो इस तरह की कॉल्स से घबराकर बिना सोचे-समझे पैसे भेज देते हैं।
इस मामले से यह महत्वपूर्ण संदेश मिलता है कि किसी भी अनजान कॉल या संदेश पर तुरंत विश्वास नहीं करना चाहिए और अगर कोई भी अनजान व्यक्ति आपको धमकी दे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। साइबर सुरक्षा की जागरूकता बढ़ाना और सतर्क रहना इन ठगी की घटनाओं को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।
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