AIN NEWS 1: इस साल मंकीपॉक्स के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। अफ्रीका के बाहर भी मंकीपॉक्स फैलने लगा है। हाल ही में, स्वीडन और पाकिस्तान के बाद अब फिलीपींस में भी मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है।
फिलीपींस में मंकीपॉक्स का नया मामला
सोमवार को, फिलीपींस में मंकीपॉक्स का एक नया मामला सामने आया। यह इस साल का पहला मामला है, जबकि दिसंबर में भी मंकीपॉक्स के मामले दर्ज किए गए थे। फिलीपींस के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मरीज ने हाल ही में देश से बाहर यात्रा नहीं की थी। मरीज में किस वैरिएंट का पता नहीं चल पाया है।
पाकिस्तान और स्वीडन में मंकीपॉक्स के मामले
पाकिस्तान में 16 अगस्त को मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आए थे। तीनों मरीज यूएई की यात्रा से लौटे थे। वहीं, स्वीडन में 15 अगस्त को मंकीपॉक्स का एक मामला दर्ज हुआ था। स्वीडन में पाया गया कि मरीज में मंकीपॉक्स का क्लेड आई वैरिएंट था, जो एक जानलेवा वैरिएंट है।
WHO की चेतावनी और ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। यह दो साल में दूसरी बार है जब इस बीमारी को इतनी गंभीर स्थिति में रखा गया है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अब तक मंकीपॉक्स से 537 मौतें हो चुकी हैं। कांगो में इस बीमारी का प्रकोप तेजी से फैल रहा है और इसके पड़ोसी देशों में भी मामले बढ़ रहे हैं।
मंकीपॉक्स क्या है?
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो चेचक जैसी होती है। इसके संक्रमण से आमतौर पर गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते, लेकिन कुछ मामलों में यह जानलेवा हो सकता है। मंकीपॉक्स वायरस ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस फैमिली का सदस्य है, जो चेचक (स्मालपॉक्स) का भी कारण है।
लक्षण और संक्रमण
मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर एक्सपोजर के 3 से 17 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं। शुरुआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं। बुखार शुरू होने के 1 से 4 दिन बाद त्वचा पर दाने निकलने लगते हैं। ये दाने पहले चेहरे पर, फिर हाथ या पैर पर और अंत में शरीर के अन्य हिस्सों पर फैल जाते हैं।
मंकीपॉक्स के दाने कई चरणों से गुजरते हैं:
1. चपटे दाने
2. फफोले में बदलना
3. मवाद से भरना
4. पपड़ी बनना
ये दाने मुंह, चेहरे, हाथ, पैर, लिंग, योनि, या गुदा पर हो सकते हैं और कभी-कभी गले में भी हो सकते हैं।
मंकीपॉक्स से बचाव
मंकीपॉक्स के संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीनेशन महत्वपूर्ण है। कुछ वैक्सीनेशन विशेष रूप से मंकीपॉक्स के लिए तैयार की गई हैं, जबकि कुछ चेचक के लिए उपयोग की जाती हैं, जो मंकीपॉक्स को भी रोकने में कारगर हैं।
– JYNNEOSTM या इम्वाम्यून (Imvamune) वैक्सीन मंकीपॉक्स को 85% तक प्रभावी ढंग से रोक सकती है।
– ACAM2000 वैक्सीन भी प्रभावी साबित हुई है।
चेचक के टीके लगवाने से मंकीपॉक्स से इम्यूनिटी बढ़ सकती है, लेकिन कई देशों में चेचक का टीकाकरण बंद हो चुका है, जिससे कुछ लोगों में यह सुरक्षा नहीं रहती।
मंकीपॉक्स का इलाज
मंकीपॉक्स के लिए अभी कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है, लेकिन कुछ दवाओं के माध्यम से इसके फैलने को नियंत्रित किया जा सकता है।
– सिडोफोविर, एसटी -246 और वैक्सीनिया इम्युनोग्लोबुलिन का उपयोग इलाज में किया जाता है और ये प्रभावी भी रही हैं।
मंकीपॉक्स से बचाव और उपचार के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्थानीय स्वास्थ्य विभागों की सलाह पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।