AIN NEWS 1 | भारत विविधता और संस्कृति का देश है। यहां हर त्यौहार न केवल धार्मिक भावनाओं से जुड़ा होता है बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश भी देता है। इन्हीं त्यौहारों में से एक है गणेशोत्सव, जो भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
इसी कड़ी में इंदिरापुरम स्थित सनराइज ग्रीन सोसाइटी में इस वर्ष गणेशोत्सव सेवा समिति द्वारा शानदार आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी बेहद खास रहा।
गणपति स्थापना का पावन क्षण
बुधवार, 27 अगस्त की सुबह सोसाइटी का वातावरण भक्तिमय हो उठा जब विधिवत मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के साथ गणपति बप्पा की स्थापना की गई।
इस अवसर पर सोसाइटी के सभी निवासी, महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
स्थापना के समय वातावरण में “गणपति बप्पा मोरया” के जयकारे गूंज उठे।
पूरे सोसाइटी परिसर को रंग-बिरंगी लाइट्स, फूलों और सजावट से आकर्षक रूप दिया गया था।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
स्थापना के बाद समिति द्वारा लगातार कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें हर उम्र के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
बच्चों की गणेश मूर्ति निर्माण कार्यशाला – इसमें बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया और मिट्टी से सुंदर गणेश प्रतिमाएं बनाईं। इस गतिविधि ने बच्चों में कला और पर्यावरण के प्रति जागरूकता दोनों को बढ़ावा दिया।
देवरूप फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता – बच्चों ने भगवान गणेश, माता पार्वती, भगवान शिव और अन्य पौराणिक पात्रों का रूप धारण कर सबका मन मोह लिया।
भजन संध्या एवं सामूहिक आरती – शाम को आयोजित भजन संध्या ने पूरा माहौल भक्ति रस में डुबो दिया। सामूहिक आरती में सभी निवासी शामिल हुए और दीपों की लौ से वातावरण आलोकित हो उठा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम – बच्चों और युवाओं ने नृत्य, नाटक और भक्ति गीत प्रस्तुत किए। विशेष आकर्षण बच्चों का समूह नृत्य रहा जिसने सभी का दिल जीत लिया।
👉 इन कार्यक्रमों ने न केवल भक्तिमय वातावरण बनाया बल्कि सोसाइटी के निवासियों के बीच आपसी मेलजोल और सामूहिकता की भावना भी बढ़ाई।
विसर्जन शोभायात्रा – आस्था और उत्साह का संगम
गुरुवार, 28 अगस्त की शाम लगभग 6:30 बजे गणपति विसर्जन शोभायात्रा का आयोजन किया गया।
शोभायात्रा सोसाइटी प्रांगण से शुरू होकर ढोल-नगाड़ों, भजन-कीर्तन और “गणपति बप्पा मोरया” के गगनभेदी नारों के बीच सम्पन्न हुई।
महिलाएं मंगलगीत गाती रहीं, बच्चे झूमते रहे और पूरा वातावरण उत्साह और श्रद्धा से भर गया।
सबसे खास बात यह रही कि समिति ने पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इको-फ्रेंडली तरीके से सोसाइटी के स्विमिंग पूल में प्रतिमा विसर्जन किया। यह कदम न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक था बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा भी है।
समापन और प्रसाद वितरण
विसर्जन के बाद सामूहिक आरती आयोजित की गई जिसमें सभी निवासियों ने भाग लिया। इसके उपरांत प्रसाद वितरण हुआ और सभी ने प्रसाद ग्रहण कर बप्पा से आशीर्वाद लिया।
समाज में भाईचारे का संदेश
गणेश उत्सव सेवा समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि इस तरह के आयोजन:
सोसाइटी में आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देते हैं।
बच्चों और युवाओं को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ते हैं।
आधुनिक जीवनशैली में भी पारंपरिक मूल्यों को जीवित रखते हैं।
इंदिरापुरम स्थित सनराइज ग्रीन सोसाइटी में आयोजित गणेशोत्सव केवल धार्मिक कार्यक्रम भर नहीं था, बल्कि यह सामाजिक एकता, सांस्कृतिक समृद्धि और पर्यावरण जागरूकता का प्रतीक भी रहा।
गणपति बप्पा की स्थापना से लेकर विसर्जन तक, हर क्षण ने लोगों को एक-दूसरे से जोड़ा और यह संदेश दिया कि भक्ति केवल मंदिरों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का माध्यम भी है।